कानपुर में कल्याणपुर के इंदिरा नगर स्थित गुलमोहर अपार्टमेंट की 10वीं मंजिल से संदिग्ध हालात में गिरकर किशोरी (17) की मौत हो गई। वह मॉडल डेयरी के मालिक की पर्सनल असिस्टेंट थी। किशोरी की मां ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी बेटी ने तीन दिन पहले ही नौकरी ज्वाइन की थी।
प्रतिमाह आठ हजार रुपये पर उसे पीए (निजी सहायक) रखा था। कंपनी का कुछ काम बताकर मालिक प्रतीक उसे फ्लैट पर ले गया। उसके साथ गलत काम किया। विरोध पर अपार्टमेंट से फेंककर मार दिया।
ये आरोप किशोरी की मां और बहन ने डेयरी मालिक पर लगाए हैं। पुलिस अफसरों ने उनको ढांढस बंधाते हुए सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। किशोरी का परिवार मूलरूप से बिल्हौर के एक गांव का रहने वाला है।
गीतानगर में किराये के मकान में वह अपनी मां और बहन के साथ रहती थी। पिता की मौत हो चुकी है और भाई गुजरात में नौकरी करता है। किशोरी की मां ने बताया कि दो महीने से कोई काम नहीं कर रही थी। वह इस साल कक्षा 12वीं में थी।
घर के खर्च में हाथ बंटाने के लिए तीन दिन पहले मॉडल डेयरी में उसने पीए की नौकरी ज्वाइन की थी। वारदात के बाद मां-बहन बदहवास हो गईं। रोते-बिलखते बस यही कह रही थीं कि उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ। उसके बाद उसकी हत्या की गई।
बहन बोली- बॉस ने की थी अश्लील हरकत
किशोरी की बहन के मुताबिक, सोमवार को उसने बताया था कि उसके मालिक फ्लैट पर ले गए थे। कहा था कि कंपनी का काम है, जो वहीं पर होगा। इस दौरान बॉस ने उससे अश्लील हरकत की थी। तब उसने कहा था कि एक-दो दिन और जाएगी। हरकतें ऐसी ही रहीं तो नौकरी छोड़ देगी।
खुद अपार्टमेंट पहुंचे परिजन
मां ने बताया कि शाम करीब साढ़े सात बजे बेटी घर पहुंच जाती थी। मंगलवार को उसके मोबाइल पर घंटी जा रही थी, पर रिसीव नहीं हो रहा था। उसने गुलमोहर अपार्टमेंट का नाम बताया था। इसलिए रात करीब नौ बजे किशोरी के परिजन खोजते हुए अपार्टमेंट पहुंचे, जहां उसकी लाश पड़ी थी। इसके पहले पुलिस शव की शिनाख्त कराने के प्रयास में जुटी थी।
नहीं उठने दे रहे थे शव, दरोगा ने फटकारा
किशोरी के परिजनों के साथ मोहल्ले वाले भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को मोर्चरी ले जाने की कोशिश की तो परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि प्रतीक को मौके पर बुलाया जाए। करीब एक घंटे यही चलता रहा। इस दौरान एक दरोगा पहले तो समझाते हुए शव उठाने की गुजारिश कर रहा था, पर अचानक भड़क गया। उसने पीड़ित परिजनों को ही फटकारना शुरू कर दिया। एक लड़के को धमकाया। यह देख एसीपी कल्याणपुर ने दरोगा को फटकारा। अफसरों के समझाने पर परिजन शव उठाने पर राजी हुए।