इत्र कारोबारी पीयूष जैन आखिर 8 माह बाद गुरुवार दोपहर जेल से रिहा हो गया। बुधवार को ही मजिस्ट्रेट की अदालत से उसका रिहाई परवाना जारी हो गया था लेकिन तकनीकी खामी के कारण जेलर ने बुधवार को रिहाई रोक दी थी। गुरुवार को परवाने की खामी दूर करने के बाद दोबारा जेल भेजा गया जिसके बाद पीयूष की रिहाई हो गई।

पीयूष के कानपुर और कन्नौज स्थित घरों से लगभग 197 करोड़ रुपए की नकदी और 23 किलो सोना बरामद हुआ था। इस मामले में डीजीजीआई अहमदाबाद और डीआरआई लखनऊ की ओर से दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। दोनों ही मामलों में उसको हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।

डीजीजीआई के मामले में पिछले दिनों मिली जमानत के बाद स्पेशल सीजेएम कोर्ट ने उसको 10-10 लाख की दो जमानतें दाखिल करने के निर्देश दिए थे। उसकी ओर से पत्नी व बेटे ने 10-10 लाख की एफडी दाखिल की थी। जिसकी सत्यापन रिपोर्ट बुधवार को आ गई थी, जिसके बाद कोर्ट ने पीयूष की रिहाई के आदेश कर दिए थे।