मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना विधानसभा सीट से विधायक राजपाल बालियान को रालोद का विधानमंडल दल का नेता और सिवालखास सीट से विधायक गुलाम मोहम्मद को उपनेता बनाया गया है। बागपत के छपरौली से विधायक अजय कुमार को मुख्य सचेतक और शामली के थाना भवन से विधायक अशरफ अली को मुख्य उप सचेतक बनाया गया है।

राजपाल बालियान तीसरी बार विधायक चुने गए हैं, जबकि गुलाम मोहम्मद दूसरी बार विधायक बने हैं। रालोद के आठ विधायकों में वरिष्ठता के चलते राजपाल बालियान को विधानमंडल दल नेता चुना गया है। सादाबाद से पहली बार विधायक बने प्रदीप चौधरी को कोषाध्यक्ष चुना गया है।

विधानसभा चुनाव में रालोद के आठ विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। 26 मार्च को हुई विधायक दल की बैठक में पार्टी सुप्रीमो चौधरी जयंत सिंह को विधानमंडल दल के नेता और उपनेता चुनने के लिए अधिकृत किया था। जयंत सिंह ने आज नेता और उपनेता समेत, मुख्य सचेतक और उप सचेतक के नामों पर अपनी मुहर लगा दी।

तीन बार के विधायक राजपाल बालियान को रालोद ने विधानमंडल दल का नेता बनाया है। बुढ़ाना से विधायक राजपाल बालियान इससे पहले दो बार खतौली से विधायक रह चुके हैं। बालियान ने 1996 में पहला चुनाव भारतीय किसान कामगार पार्टी से लड़ा और विधायक बने थे।

साल 2002 में वह रालोद से जीते, लेकिन 2007 में चुनाव हार गए थे। नए परिसीमन के बाद 2012 में बुढ़ाना विधानसभा बनी। राजपाल बालियान यहां से भी चुनाव हार गए थे। 2017 में रालोद ने पूर्व मंत्री योगराज सिंह को चुनाव लड़ाया। एक बार फिर इस बार राजपाल बालियान को रालोद ने टिकट दिया और वह चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। रालोद के 8 विधायकों में वह सबसे अनुभवी और अधिक उम्र के हैं।