दिल्ली से मेरठ तक 82 किमी के रैपिड रेल कॉरिडोर का कार्य शहर के बीचों-बीच पहुंच गया है। मेरठ में तीन स्टेशनों को भूमिगत बनाया जाना है। इसके लिए 5.8 किमी टनल के प्रवेश और निकास स्थान पर कार्य शुरू कर दिया गया है।

एनसीआरटीसी की कोशिश है कि वर्ष-2023 दिसंबर तक मेरठ तक रैपिड रेल का संचालन किया जा सके। ऐसा दावा खुद केंद्रीय शहरी आवास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्र भी कॉरिडोर के निरीक्षण के समय कर चुके हैं। कार्य की रफ्तार को देखते हुए ये संभव भी है। 

मेरठ में दिल्ली रोड स्थित टीपीनगर तिराहे के पास से टनल शुरू होगी। वहीं, कंपनी बाग के सामने जाकर टनल खत्म होगी। इन दोनों स्थानों पर ही गतिविधियों को शुरू कर दिया गया है। टनल में तीन स्टेशनों का निर्माण भी शुरू करने के लिए प्राथमिक प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। इसमें पहला स्टेशन दिल्ली की तरफ से मेरठ सेंट्रल, दूसरा स्टेशन भैंसाली और तीसरा स्टेशन बेगमपुल होगा। 

इसके आगे टैंक चौराहे के पास जाकर टनल से बाहर रैपिड रेल निकलेगी। इन स्थानों पर कार्य दिन-रात किया जा रहा है। भैंसाली बस अड्डे के अंदर ही स्टेशन बनाया जा रहा है। वहीं, बेगमपुल पर सड़क के बीचों-बीच स्टेशन तैयार किया जा रहा है। 

मेरठ में दिल्ली रोड स्थित टीपीनगर तिराहे के पास से टनल शुरू होगी। वहीं, कंपनी बाग के सामने जाकर टनल खत्म होगी। इन दोनों स्थानों पर ही गतिविधियों को शुरू कर दिया गया है। टनल में तीन स्टेशनों का निर्माण भी शुरू करने के लिए प्राथमिक प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। इसमें पहला स्टेशन दिल्ली की तरफ से मेरठ सेंट्रल, दूसरा स्टेशन भैंसाली और तीसरा स्टेशन बेगमपुल होगा। 

इसके आगे टैंक चौराहे के पास जाकर टनल से बाहर रैपिड रेल निकलेगी। इन स्थानों पर कार्य दिन-रात किया जा रहा है। भैंसाली बस अड्डे के अंदर ही स्टेशन बनाया जा रहा है। वहीं, बेगमपुल पर सड़क के बीचों-बीच स्टेशन तैयार किया जा रहा है। 

जनवरी 2022 में आएगी टनल बोरिंग मशीन
वहीं, सुरंग का काम तेज करने के लिए जनवरी-2022 में टनल बोरिंग मशीन आ जाएंगी। चार टनल बोरिंग मशीनों को मंगाने की तैयारी है। एक टनल बोरिंग मशीन भैंसाली स्टेशन से मेट्रो प्लाजा की तरफ चलेगी। वहीं, दूसरी टनल बोरिंग मशीन को बेगमपुल की ओर चलाया जाएगा। इसके बाद सुरंग अपने पूरे आकार के साथ दिखाई देने लगेगी।