क्षेत्र के गांव अकरौली में रात के समय कमरे को गर्म करने के लिए रखा हुआ पैट्रोमेक्स गैस सिलिंडर जानलेबा साबित हुआ। बंद कमरे में आक्सीजन का स्तर कम होने पर दम घुटने से मेडिकल संचालक व उसकी पत्नी की मौत हो गई तथा दूधमुंहे बच्चे की हालत गंभीर हैं। उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। दम घुटने से मौत के बाद उनके घर लोगों की भीड़ लगी है।थाना बनियाठेर क्षेत्र के गांव अकरौली निवासी सलमान (28) मेडिकल स्टोर संचालक है। शुक्रवार की रात सलमान, उनकी पत्नी महराज जहां (24), चार माह के बेटे के साथ मकान की दूसरी मंजिल पर कमरे में सोए हुए थे। कमरे के बाहर शीशे का सीलबंद केबिन है। रात के समय केबिन और कमरा दोनों बंद थे। ठंड से बचाव के लिए कमरे के अंदर पैट्रोमेक्स गैस सिलिंडर जला रखा था।शनिवार की सुबह दस बजे तक सलमान व उनकी पत्नी कमरे के बाहर नहीं आए, तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने ऊपर जाकर केबिन का दरवाजा खटखटाया, पर अंदर से कोई आवाज नहीं आई। आसपास के लोग भी एकत्र हो गए। केबिन के एक शीशे को हटाकर अंदर प्रवेश किया और कमरे की कुंड़ी खोली। बेड पर सलमान, उनकी पत्नी व बच्चा अचेत पड़े थे।आनन फानन में परिजन उन्हें चंदौसी के निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने सलमान व उनकी पत्नी को मृत घोषित कर दिया। बच्चे को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।दंपती के शव गांव पहुंचने पर परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है। चिकित्सकों के मुताबिक शरीर में आक्सीजन का स्तर कम होने के कारण दम घुटने से दोनों की मौत हुई है। सूचना पर पुलिस भी घर पहुंच गई। परिजनों ने किसी भी तरह की कार्रवाई से इंकार किया है।