नाबालिग बेटी के बाद अब उसके छोटे भाई ने भी पिता पर आरोप लगाया है। किशोरी के साथ दुष्कर्म मामले में पिता व सपा-बसपा जिलाध्यक्ष समेत 28 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इस हाईप्रोफाइल मामले में बुधवार को कोर्ट में किशोरी के 164 के बयान के बाद पुलिस ने देरशाम किशोरी के पिता, सपा जिलाध्यक्ष के भाई समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच किशोरी के छोटे भाई ने पुलिस को बताया कि पिता अक्सर उसे अपने पास ही सुलाते थे और कई बार अप्राकृतिक कृत्य करने की कोशिश की। शोर मचाने पर मां को जान से मारने की धमकी देकर शांत करा देते थे।

बुधवार दोपहर बाद कड़ी सुरक्षा के बीच किशोरी को लेकर कोतवाली सदर पुलिस न्यायालय पहुंची और सिविल जज जूनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक गरिमा सक्सेना की कोर्ट में डेढ़ घंटे तक बयान हुए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक के निर्देश पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश चौबे और एसओजी प्रभारी अंजनी सिंह ने पुलिस फोर्स के साथ आरोपितों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान पीड़िता के पिता, सपा जिलाध्यक्ष का भाई अरविंद यादव व किशोरी के दो अन्य परिजनों को गिरफ्तार कर लिया। कई आरोपित भूमिगत हो गए हैं और खुद को बचाने के लिए नेताओं की शरण में पहुंच गए।

डीआईजी ने पीड़िता के घर जाकर की मुलाकात

बुधवार शाम डीआईजी जोगिंदर कुमार ने पीड़िता के घर जाकर उससे मुलाकात की और उसे सुरक्षा, न्याय का भरोसा दिलाया। किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला शासन तक पहुंच गया है। पल-पल की रिपोर्ट मांगी जा रही है। डीआईजी ने एसपी से इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी ली। कहा कोर्ट में किशोरी के बयान के आधार पर कार्रवाई की जाए।

एसआईटी कर सकती जांच, राजनीतिक दलों में उबाल

इस मामले में एसपी का कहना है कि पुलिस की टीमें तफ्तीश में लगी हैं। जरूरत पड़ी तो एसआईटी भी गठित की जाएगी। वहीं, रेप केस के विरोध में बुधवार को सपा-बसपा ने जोरदार प्रदर्शन कर किया। एसपी व एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में सपा ने सीबीआई जांच की मांग की।

मंगलवार को मां के साथ कोतवाली पहुंची किशोरी ने पिता व सपा-बसपा के जिलाध्यक्ष समेत 28 लोगों पर रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। केस फाइल होते ही जिले भूचाल आ गया। उधर, दुष्कर्म मामले में आरोपित सपा व बसपा के जिलाध्यक्षों के बचाव में पार्टी मैदान में उतर आई है। बुधवार को सपा ने जोरदार प्रदर्शन कर एसपी व एसडीएम को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंप सीबीआई जांच की मांग की। वहीं, बसपा ने उच्चस्तरीय जांच कराने का आग्रह किया है। बसपा पदाधिकारियों ने कहा कि यह राजनीतिक षड्यंत्र है। मुकदमे में इतनी बड़ी संख्या साजिशन लिखाई गई है। कहा, जब तक जांच पूरी न हो जाए तब तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया जाए।