यूपी में हाेने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दल बदल  का खेल तेज हो गया। एक दूसरे की पार्टी से लोगों को अपनी तरफ जोड़ने का सिलसिला जारी है। अखिलेश यादव ने बसपा को झटका देते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक आरएस कुशवाहा, मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद कादिर राणा, वाराणसी के पूर्व विधायक उदयालाल मौर्या को सपा की सदस्यता ग्रहण करवाई। इसके अलावा राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पूर्व अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी समेत बड़ी संख्या में विभिन्न नेताओं ने भी सपा ज्वाइन की। 

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि यूपी को योग्य सरकार की जरूरत है। भाजपा के झूठे वायदों से जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। जनता महंगाई से इस कदर त्रस्त है कि सुबह की चाय से लेकर शाम का भोजन तक महंगा हो गया है। गरीबों को तो भरपेट भोजन मिल पाना मुश्किल हो रहा है। पार्टी में शामिल सभी नेताओं का स्वागत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उनके आने से पार्टी के अभियान को मजबूती है। पार्टी 2022 में सरकार बनाने के लिए निकल पड़ी है। उन्होंने हरि किशोर तिवारी को विशेष तौर पर भरोसा दिलाया कि जब पार्टी का घोषणापत्र बनेगा तो उसमें राज्य कर्मचारियों की समस्याओं को शामिल किया जाएगा। 

भाजपा ने हर वर्ग को धोखा दिया

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने हर वर्ग को धोखा दिया। प्रदेश को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनाने की बात करते हैं लेकिन महंगाई पर काबू नहीं है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की स्थिति केंद्र व प्रदेश सरकार की हकीकत बताने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि भाजपा का वश चला तो नौकरियों की तरह ही वह सरकार को भी आउटसोर्स कर देगी। तीनों कृषि कानून लाने के साथ ही मंडियों का निर्माण कार्य रोक दिया गया है। आवाज उठाने पर टायर से कुचल दिया जा रहा है। किसानों को आतंकवादी और मवाली बताया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के भी बहुत से लोग सपा में आना चाहते हैं लेकिन अभी उन्हें शामिल नहीं कराया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा में 150 विधायकों का टिकट कटने वाला है।