उत्तर प्रदेश के कासंगज में तीन महीने पहले पुलिस हिरासत में हुई अल्ताफ की मौत के मामले में अब हाईकोर्ट ने दोबारा पोस्टमॉर्टम का आदेश दिया है। अल्ताफ का शव कब्र से निकाललकर प्रदेश के बाहर दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा। अल्ताफ को दूसरे धर्म की नाबालिग लड़की को गायब करने के आरोप में घर से पकड़ा गया था। हाईकोर्ट ने अल्ताफ का शव कब्र से निकाले जाने से लेकर पोस्टमार्टम तक की पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराने का भी आदेश दिया है।
कोतवाली पुलिस की हिरासत में मौत हो गई थी। कोतवाली के बाथरूम में महज दो फीट ऊंचे पाइप से उसका शव लटकता मिला था। पुलिस ने अल्ताफ द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की बात कही थी। परिवार का आरोप था कि पुलिस ने अल्ताफ को पीट-पीटकर मार डाला और हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की। पीड़ित पिता ने शहर कोतवाली में ही अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ उसके बेटे की हत्या करने का मामला दर्ज कराया था। अल्ताफ के परिवार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
शुक्रवार को हाईकोर्ट में जस्टिस अंजनी कुमार मिश्रा और जस्टिस दीपक वर्मा ने उत्तर प्रदेश सरकार के एडिशनल एडवोकेट जनरल मनीष गोयल से पूछा कि सरकार को प्रदेश के बाहर एम्स में पोस्टमॉर्टम कराने में कोई आपत्ति तो नहीं है। इस पर मनीष गोयल ने कहा कि सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। इसके बाद कोर्ट ने प्रदेश सरकार को आदेश दिया कि अल्ताफ के शव को कब्र से निकालकर एम्स नई दिल्ली में नए दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया जाए।
हाइकोर्ट के इस आदेश के बाद मामला फिर चर्चा में आ गया है। इस आदेश के बाद पुलिस में भी खलबली मची हुई है। इस मामले में शुरुआत में कार्रवाई करते हुए एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने इंसपेक्टर समेत पांच पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया था।
पुलिस ने पेश की थी जैकेट की डोरी से फंदा बनाकर खुदकुशी की थ्योरी
कासगंज के 22 वर्षीय अल्ताफ को पुलिस ने एक लड़की की गुमशुदगी के मामले में गिरफ्तार किया था। नौ नवंबर को अल्ताफ लॉकअप में मृत पाया गया। पुलिस का कहना है कि अल्ताफ ने अपनी जैकेट की डोरी से पानी के पाइप से फंदा बांधकर खुदकुशी कर ली थी। याची का कहना है कि जिस पाइप से लटक कर खुदकुशी की बात कही जा रही है, वह जमीन से महज दो फीट ऊपर है। इस मामले में अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की विभागीय और मजिस्ट्रेट जांच भी चल रही है।