फिल्म थैंक गाड के ट्रेलर में चित्रगुप्त महाराज का मजाक उड़ाते हुए आपत्ति जनक टिप्पणी करने के आरोप में न्यायिक मजिस्ट्रेट एएम प्रथम मोनिका मिश्रा की कोर्ट में फिल्म अभिनेता अजय देवगन, सिद्धार्थ मल्होत्रा एवं निर्देशक इंदर कुमार पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में परिवाद दाखिल किया गया है। कोर्ट ने परिवादी के बयान के लिए 18 नवंबर तिथि नियत की है।

अधिवक्ता हिमांशु श्रीवास्तव ने कोर्ट में अधिवक्ता उपेंद्र विक्रम सिंह व सूर्या सिंह के माध्यम से फिल्म अभिनेता अजय देवगन, सिद्धार्थ मल्होत्रा व निर्देशक इंदर कुमार के खिलाफ परिवाद दायर किया कि बालीवुड फिल्म थैंक गॉड का ट्रेलर रिलीज हुआ है’ जिसमें अजय देवगन आधुनिक पोशाक पहनकर भगवान चित्रगुप्त बने दिख रहे हैं। ट्रेलर में सिद्धार्थ मल्होत्रा का एक्सीडेंट होने के बाद उसके कर्मों का हिसाब किताब चित्रगुप्त भगवान के दरबार में होता है। 

जहां अजय देवगन स्वयं को भगवान चित्रगुप्त बताते हुए घटिया जोक्स व आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। फूहड़ शब्दों का प्रयोग करते हुए भगवान चित्रगुप्त की प्रस्तुति की गई। वादी व गवाहों ने 10 सितंबर 2022 को सोशल मीडिया पर देखा व सुना। कोर्ट से मांग किया कि आरोपितों को समुचित धाराओं में तलब कर दंडित किया जाए।

अपनी याचिका में श्रीवास्तव ने कहा कि अजय देवगन सूट पहने हुए चित्रगुप्त का किरदार निभाते नजर आ रहे हैं और एक सीन में वह चुटकुले सुनाते और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं। याचिका में कहा गया है कि चित्रगुप्त को कर्म का देवता माना जाता है और वह एक आदमी के अच्छे और बुरे कर्मों का रिकॉर्ड रखता है। देवताओं का ऐसा चित्रण एक अप्रिय स्थिति पैदा कर सकता है क्योंकि यह धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। फिल्म ‘थैंक गॉड’ 24 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है।