असली ब्लॉक प्रमुख गेहूं काटती रहीं, नकली ब्लॉक प्रमुख मंच पर भाषण देते रहे। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ के इस खुलासे से हड़कंप मच गया है। शासन ने तेलियानी ब्लॉक प्रमुख प्रकरण का संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है। कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डीएम अपूर्वा दुबे ने जांच टीम गठित करते हुए मेले के नोडल अफसर और एमओआईसी से 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा है। ब्लॉक प्रमुख को भी नोटिस जारी करते हुए शपथ पत्र संग तलब किया गया है। अब तक ब्लॉक में हुए कामों की वित्तीय जांच भी होगी।

बुधवार को पीएचसी तेलियानी में आयोजित स्वास्थ्य मेले में ब्लॉक प्रमुख के स्थान पर भाजपा नेता अभिषेक त्रिवेदी मौजूद थे। बैनर में ब्लॉक प्रमुख पुष्पा देवी के स्थान पर अभिषेक का नाम दर्ज था। पड़ताल में पता चला कि वास्तविक ब्लॉक प्रमुख खेतों में गेहूं की कटाई कर रहीं थीं। उन्होंने बताया कि उन्हें आयोजकों ने किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं दी, न ही उन्हें कार्यक्रम की जानकारी है। ‘हिन्दुस्तान’ में खबर प्रकाशित होते ही प्रशासनिक महकमें में हड़कंप मच गया। 

डीएम ने सीएमओ डा. राजेंद्र सिंह व आईएएस प्रशिक्षु/डीपीआरओ निधि बंसल को मामले की जांच सौंपी है। सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य मेले के नोडल अफसर डॉ. अभय पटेल और एमओआईसी तेलियानी डॉ. अतुल श्रीवास्तव से स्पष्टीकरण तलब किया है। 24 घंटे बाद जांच रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई करते हुए डीएम को रिपोर्ट भेजी जाएगी। डीपीआरओ ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख पुष्पा देवी को नोटिस जारी कर शपथ पत्र के साथ पूरे मामले में जानकारी प्रस्तुत करने को कहा गया है। ब्लॉक प्रमुख के संशय व्यक्त किए जाने पर अन्य बिंदुओं पर जांच कराई जाएगी।

डैमेज कंट्रोल में जिम्मेदार, नेता भी जुटे

बड़ी चूक पर दोआबा में मचे हड़कंप के बाद डैमेज कंट्रोल को लेकर जिम्मेदार और नेता जुटे रहे। स्वास्थ्य विभाग बैनर प्रिंटिंग कराने वाले फर्म व बीडीओ पर गलती के लिए ठीकरा फोड़ते रहे। नेता भी ब्लॉक प्रमुख को अपने साथ रख ब्लॉक प्रमुख को उसके बुधवार के बयान को झुठलाने की कोशिश में जुटे रहे। ब्लॉक प्रमुख के घर में सुबह से ताला बंद था। दोपहर बाद शहर स्थित एक नेता के आवास में वह मौजूद रहीं। जहां मीडिया के समक्ष कहलाया गया कि उन्होंने प्रतिनिधि को कार्यक्रम में भेजा था। वह किसी सवाल का उत्तर देने से बचती रहीं।

जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने कहा, ‘आयोजक और ब्लॉक प्रमुख दोनों को नोटिस जारी किया गया है। ब्लॉक प्रमुख से शपथ पत्र में स्पष्टीकरण तलब किया गया है। अब तक की गई वित्तीय प्रक्रियाएं उनके द्वारा की गई हैं या नहीं, यदि संदेह होता है तो वित्तीय मामलों की भी जांच कराई जाएगी।’