बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर चार ’फ्यूल स्टेशन्स’ बनाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे का 74 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है जबकि गंगा एक्सप्रेसवे के लिए अब तक कुल 6900 (94 प्रतिशत) हेक्टेयर जमीन खरीदी जा चुकी है।

यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बोर्ड बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे पर रिकॉर्ड समय में अब तक कुल 222 किमी लंबाई में कार्य पूरा किया जा चुका है यानी  इतनी सड़क पूर्णतः बनकर तैयार हो चुकी है। बैठक में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे परियोजना में चेंज ऑफ स्कोप के तहत कराए जा रहे कार्यों के लिए बोर्ड द्वारा सहमति प्राप्त कर स्वीकृति ली गई।

गंगा एक्सप्रेसवे का पीपीपी मॉडल पर क्रियान्वयन के संबंध में परामर्शी के रुप में एसबीआई कैपिटल मार्केट्स की सेवाएं लिए जाने को मंजूरी दे दी गई। चार ’फ्यूल स्टेशन्स’ के लिए ऑयल मार्केटिंग कम्पनियों’ के चयन की बोर्ड से स्वीकृति भी दी गई। बोर्ड बैठक में गाजीपुर-बलिया-मांझीघाट परियोजना के लिए एनएचएआई को अधिग्रहित भूमि सौंपने से संबंधित दोनों के बीच होने वाले  एमओयू पर बोर्ड ने मंजूरी दे दी।  डिफेंस कॉरिडोर परियोजना में झांसी नोड के तहत झांसी में यूपीडा कार्यालय बनाया जाएगा।