कथित संत आसाराम के अनुयायियों ने सत्संग का आयोजन किया। इस दौरान आसाराम की फोटो की आरती की गई, इसकी जानकारी भाजपा नेता ने पुलिस की। पुलिस ने सत्संग बंद करा दिया, इस दौरान अनुयायियों ने पुलिस से बहसबाजी कर दी, हंगामा होने लगा। इसके बाद कोतवाली ने और फोर्स मौके पर गया। कई अनुयायियों को हिरासत में लिया। दरोगा सुधीर तोमर की ओर से धारा 188 के तहत सत्संग के आयोजक राजकुमार, बाबा चैतन्यदास, दक्ष मुनि निवासी ग्राम कमलनैनपुर कोतवाली कांट,  राकेश निवासी मोहल्ला ताहवरगंज थाना आरसी मिशन और सुनील साहू निवासी मोहल्ला गल्ला मंडी भोपाल , मध्यप्रदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

शाहजहांपुर जिले के कांट कस्बे में मदनापुर रोड पर जिंदो वाली पुलिया के पास शुक्रवार को आसाराम के अनुयायियों ने सत्संग आयोजित किया। टेंट लगाया गया। यहां आसाराम का फोटो भी लगाया गया। इस दौरान महिलाएं आसाराम के फोटो की आरती करने लगी। इसकी जानकारी मिलने पर भाजपा नेता संतोष दीक्षित ने पुलिस से शिकायत कर दी। इस दौरान भाजपा नेता ने मोबाइल कैमरे से वहां आरती की वीडियो भी बनाई। तब तक पुलिस पहुंच गई और सत्संग बंद करा दिया। इस दौरान अनुयायियों की पुलिस से बहसबाजी भी हो गई, हंगामा हो गया।

इस दौरान दरोगा ने कोतवाली फोन कर जानकारी दी, तब एसएसआई राकेश चौहान फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। काफी मशक्कत के बाद कार्यक्रम बंद कराया जा सका। कई अनुयायियों को कोतवाली लाकर उनसे पूछताछ की गई। पुलिस के अनुसार धारा 144 लागू होने के बावजूद बिना अनुमति के कार्यक्रम करने पर  सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में कुछ अनुयायी क्षेत्र के ही थे, शेष जिले के बाहर विभिन्न स्थानों से आये हुए थे। कोतवाली प्रभारी राजेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर फोर्स भेजकर सत्संग बंद करा दिया गया है। बिना अनुमति के कार्यक्रम करने पर 5 आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।