मेरठ के एक स्कूल के हॉस्टल की बच्ची ने आरोप लगाया है कि स्कूल का बाथरूम गंदा होने पर छात्राओं के कपड़े उतरवा कर जांच की गई। परिजनों ने इस मामले में एसएसपी से शिकायत करते हुए धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है। स्कूल प्रबंधन ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। एसएसपी ने एसपी देहात और सीओ को जांच सौंपी है।

शिकायती पत्र के अनुसार किठौर क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने छह सितंबर को अपनी बेटी का दाखिला इलाके के ही निजी आवासीय विद्यालय में कराया था। इसी विद्यालय में 12 सितंबर को उन्होंने अपनी भांजी का भी दाखिला कराया। परिवार का कहना है कि 19 सितंबर को उनकी भांजी का फोन आया और उसने बीमार होने की बात कही। जब वह भांजी को विद्यालय से लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो बच्ची ने इस घटना का खुलासा किया।

बच्ची ने बताया कि किसी छात्रा को मासिक धर्म था और बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था। इस कारण बाथरूम गंदा हो गया। इसके चलते प्रबंधन ने छात्राओं के कपड़े उतरवा कर जांच करवाई। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि इस तरह की शिकायत मिली है। जांच के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई होगी।

पुलिस की मदद से बेटी को लाए

पीड़ित परिवार ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद बेटी को स्कूल से निकालने के लिए पहुंचे। आरोप है कि फोन पर संपर्क करने पर प्रबंधक ने अभद्रता की। इसके बाद पुलिस को सूचना देकर बच्ची को स्कूल से लेकर आए। परिवार ने बताया कि जिस समय वह बच्ची को लेने पहुंचे तो वहां कुछ अन्य लोग भी इसी विवाद के कारण अपनी बच्चियों को लेने आए थे।

सभी आरोप निराधार : प्राचार्य

विद्यालय की प्राचार्य का कहना है कि सभी आरोप निराधार हैं। जिस बालिका के द्वारा आरोप लगाए गए हैं, उसे पुलिस की मौजूदगी में बयान कराने के बाद परिजनों को सौंपा गया था। विरोधियों के साथ मिलकर इस तरह के घिनौने आरोप लगाए जा रह हैं।