रेप में नाकाम होने पर युवक ने घर में घुसकर किशोरी को डीजल छिड़ककर आग लगा दी। बुधवार को उसे गंभीर हालत में किशोरी को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था। शनिवार शाम होश में आने पर किशोरी ने घटनाक्रम की जानकारी दी। सूचना पर एसपी ने जिला अस्पताल पहुंच किशोरी के परिजनों से बातचीत की। एसडीएम ने किशोरी के बयान दर्ज किए हैं। देर रात दो युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। थाना माधोटांडा क्षेत्र के एक गांव की 16 वर्षीय किशोरी 7 सितंबर को घर पर अकेली थी। तभी अचानक गांव का एक युवक घर में घुस आया। आरोप है कि युवक ने रेप की कोशिश किया। नाकाम होने पर आरोपी ने घर में रखा डीजल छिड़क आग लगा दी। किशोरी को गंभीर हालत में पूरनपुर सीएचसी से जिला चिकित्सालय लाया गया।

शनिवार शाम होश आने पर किशोरी ने परिजनों को घटनाक्रम की जानकारी दी। पिता की सूचना पर एसपी, एएसपी, एसडीएम सदर योगेश गौड़ फोर्स संग जिला अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों से बातचीत कर घटनाक्रम की जानकारी ली। एसडीएम ने किशोरी के बयान दर्ज किए। एसपी पीलीभीत, दिनेश कुमार पी ने कहा कि किशोरी व परिजनों ने जो जानकारी दी है, उस आधार पर एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। आरोपी जल्द गिरफ्तार होगा।

थाना माधोटांडा क्षेत्र के एक गांव की 16 वर्षीय किशोरी को 7 सितंबर की शाम पांच बजे जिला अस्पताल में लाया गया था। यहां कुछ देर इमरजेंसी में रुकने के बाद हालत गंभीर होने पर उसको बर्न वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। किशोरी के परिजनों की मानें तो किशोरी के बेहोश होने के कारण उन्हें नहीं पता कि वह कैसे जल गई। तीन दिन से वह भर्ती थी और इलाज चल रहा था। चौथे दिन शनिवार को जब उसे होश आया तो किशोरी ने गांव के ही राजवीर पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसने दुष्कर्म के प्रयास में असफल होने पर उसके ऊपर डीजल छिड़ककर आग लगा दी जिसके बाद उसे कुछ याद नहीं रहा। इसकी जानकारी अधिकारियों को हुई तो हड़कंप मच गया। किशोरी के परिजनों ने बताया कि किशोरी कक्षा 8 तक पढ़ी हुई है। इसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी।

मुकदमा दर्ज कर आरोपी को किया गिरफ्तार
परिजनों की तहरीर के आधार पर माधोटांडा पुलिस ने देर रात आरोपी राजवीर व ताराचंद के खिलाफ हत्या के प्रयास,रेप की कोशिश, एससी एसटी एक्ट का केस दर्ज किया है। राजवीर को गिरफ्तार कर लिया है।

किशोरी की हालत गंभीर
उधर, जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती किशोरी की हालत बेहद नाजुक बताई गई है। डॉक्टरों का कहना है कि वह 70 प्रतिशत से अधिक झुलसी है। उसका इलाज चल रहा है।

वक्त बीतता गया, गंभीर होता गया मामला
किशोरी के होश में आने से पहले परिजन गैस सिलेंडर से आग लगने की बात कह रहे थे और किशोरी के होश में आने के बाद कहानी बदल गई। एसपी ने खुद जिला अस्पताल में आधे घंटे तक बंद कमरे में किशोरी और उसके पिता से बातचीत की। एसपी ने किशोरी और उसके पिता से अलग-अलग बातचीत कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी विस्तार से ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने एसडीएम सदर योगेश गौड़ को जिला अस्पताल बुलाकर उसके कलम बंद बयान दर्ज कराए। एसपी ने जांच के लिए एसओजी को भी लगाया है।