अलीगढ़ के दीन दयाल अस्पताल में सुबह 9 पर मरीज की मौत परिजनों ने हंगामा किया। राउंड पर रहे डॉक्टर और स्टाफ नर्स से मारपीट कर गालीगलौज की। परिजनों ने आरोप लगाया कि मरीज की मौत इंजेक्शन देने के बाद हुई। एसीएम अंजुम बी और सीओ स्वेताभ पांडेय ने परिजनों से लिखित तहरीर लेकर जांच का आश्वासन दिया।

वहीं डॉक्टर और स्टाफ नर्स द्वारा तिमारदारों के खिलाफ तहरीर दी गई है। इस बीच डॉक्टर और नर्स से मारपीट के विरोध में स्टाफ हड़ताल पर चला गया। प्रशासन के समझाने पर पांच घंटे बाद हड़ताल समाप्त की गई। पिंकी पत्नी विजय ग्राम मऊ अतरौली निवासी को एक दिन पहले सिर में दर्द हुआ था, जिसके बाद केमिस्ट से दवा लेकर खिलाई गई थी। 

पति विजय ने बताया देर रात दर्द अधिक होने लगा, जिसके बाद सुबह छह बजे दीन दयाल अस्पताल पहुंचे। मरीज को भर्ती करने में डॉक्टरों ने दो घंटे लगा दिए। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया था, जिसके बाद डॉक्टर ने राउंड पर आए उन्होंने आपात चिकित्सा अधिकारी द्वारा लिखी दवा रीपीट कर नोट लिख दिया। 

इसके बाद नर्स ने पत्नी को इंजेक्शन दिया। इंजेक्शन के बाद महिला की तबीयत खराब होने लगी। करीब 9:30 बजे उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन डॉक्टर और नर्स से कहासुनी करने लगे। बाद में मारपीट की और इंमरजेंसी के बाहर हंगामा किया।

परिजनों ने डॉक्टर और नर्स पीटा

डॉक्टर और नर्स ने तहरीर में बताया गया कि महिला के पति और बहनोई ने मारपीट की। यहां तक कि नर्स ने कपड़े फटने तक का जिक्र किया है। नर्स ने पुलिस को 112 पर सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची हंगामे को शांत कराने का प्रयास करती रही। इस बीच लोग डॉक्टरों को मारने के लिए दौड़ रहे थे।

परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ दी तहरीर

डॉक्टर को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे परिजन बार-बार डॉक्टर से पूछताछ की मांग कर रहे थे। थाना क्वार्सी इंस्पेक्टर के समझाने पर परिजनों ने लिखित शिकायत में डॉक्टर और नर्स पर कार्रवाई की मांग की। आरोप लगाया कि सफाई कर्मचारी अस्पताल में इंजेक्शन और ड्रिप लगाने का काम कर रहे हैं। तहरीर देने के बाद परिजन पंचनामे को तैयार हुए जिसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मारपीट के विरोध में डॉक्टर नर्स की हड़ताल

डॉक्टर और नर्स से हुई मारपीट के बाद अस्पताल के सभी कर्मचारी कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध में उतर आए और हड़ताल कर दी। डॉक्टर केके शर्मा ने सभी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड कॉल से लेकर अब तक बिना छुट्टी कार्य कर रहे हैं। लेकिन तीमारदारों द्वारा लगातार की जा रही मारपीट से आहत हैं। 

स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए मेडिकल एक्ट का प्रावधान है लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। कोविड से लेकर अब तक सिर्फ डॉक्टर मार खाते आ रहे हैं। अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था भी नहीं दी गई है। हालांकि पांच घंटे की हड़ताल के बाद एसीएम अंजुम बी और सीओ स्वेताभ पांडे के आश्वासन पर डॉक्टर और कर्मचारी काम पर लौट गए।

एसीएम अंजुम बी ने कहा, ‘अस्पताल प्रबंधन और तीमारदारों को समझाकर शांत करा दिया गया है। दोनों ही पक्षों ने कार्रवाई को लेकर अपनी अपनी तहरीर दे दी है। पुलिस जांच करते हुए आगे की कार्रवाई करेगी। अस्पताल के स्टाफ की कमियों को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।’

सीओ स्वेताभ पांडेय ने कहा, ‘तीमारदार और डॉक्टर नर्स दोनों द्वारा तहरीर मिल गई है। तीमारदारों के आरोप की जांच की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई आगे बढ़ेगी। वहीं डॉक्टर नर्स की तहरीर पर मुकदमा लिखे जाने की कार्रवाई जारी है।

सीएमएस दीन दयाल अस्पताल डॉ. अनुपम भास्कर ने कहा, ‘एसीएम अंजुम बी और सीओ स्वेताभ पांडेय के आश्वासन पर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म कर दी गई है। अस्पताल में मरीजों से ओवरलोड है। 100 बेड के मानव संसाधन में 360 मरीज भर्ती और ओपीडी चलाया जा रहा है। डॉक्टर के साथ साथ मारपीट पर कार्रवाई होनी चाहिए।’