काशी के आकाश पर बुधवार की सुबह उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने इतिहास रच दिया। देव दीपावली से पहले गंगा उस पार ग्राम डोमरी में हॉट एयर बैलून शो शुरू किया गया। यह शो 19 नवंबर यानी देव दीपावली तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान वाराणसी के लोगों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को हॉट एयर बैलून में एक हजार फीट की ऊंचाई से काशी की छटा निहारने का मौका मिलेगा।
बैलून फेस्टिवल का औपचारिक शुभारंभ उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने किया। देव दीपावली के मौके पर पहली बार पर्यटक तीन दिवसीय बैलून उत्सव के तहत घाटों की छटा आसमान से देखेंगे। बुधवार सुबह डोमरी गांव में गंगा किनारे रेती पर आसमान में उड़ते हॉट एयर बैलून लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे।
बैलून उत्सव की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टिकट बिक्री शुरू होने के करीब तीन घंटे के अंदर ही सारे 800 टिकट बिक गए। इससे पर्यटन विभाग को तीन घंटे में चार लाख रुपये की आमदनी हुई।
पर्यटन विभाग ने टिकट विक्रय के लिए पांच केंद्र बनाए थे, लेकिन भीड़ को देखते हुए सिर्फ संस्कृति संकुल पर्यटन कार्यालय से टिकट की ब्रिकी हुई। यहां भीड़ नियंत्रित करने के लिए विभाग को पुलिस बुलानी पड़ी। बैलून से उड़ान भरने के लिए 500 रुपये टिकट दर निर्धारित है।
बैलून फेस्टिवल के तहत उड़ान का शुभारंभ बुधवार की सुबह 6 बजे शुरू हो गया। उड़ान के लिए चार स्टेशन सिगरा स्टेडियम, बीएलडब्ल्यू, सीएचएस और डोमरी बनाए गए हैं। पर्यटन विभाग के मुताबिक 18 और 19 नवंबर रात्रि की उड़ान टेडर्ड फ्लाइट के माध्यम से होगी, जबकि सुबह की उड़ान पूरे शहर में होगी। टेडर्ड उड़ान में बैलून एक निचला सिरा रस्सी से बंधा होगा और उड़ान नियंत्रित होगी।
तीन दिवसीय बनारस बैलून महोत्सव के पहले दिन बुधवार को डीएम कौशल राज शर्मा ने पांच बालक-बालिकाओं को बनारस की सैर कराई। डीएम ने रामनगर स्थित राजकीय बालगृह (बालक) के तीन बालक और काशी अनाथालय की दो बालिकाओं को बैलून में बैठाकर उड़ान भरी।
बुधवार सुबह डोमरी गांव में गंगा किनारे रेती पर आसमान में उड़ते हॉट एयर बैलून लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे। इन्हें देखने और इनमें उड़ान भरने के लिए लोगों की अच्छी-खासी भीड़ उमड़ी हुई थी। देव दीपावली से पहले वाराणसी में में पर्यटन उद्योग को धार देने के लिए बुधवार से तीन दिवसीय हॉट एयर बैलून शो शुरू किया गया है।
यह हॉट एयर बैलून जमीन से 1000 फीट की ऊंचाई तक जाते हैं। यह एटीसी की देखरेख में उड़ान भरते हैं। सुरक्षा के मद्देनजर रामनगर थाने की पुलिस के साथ ही बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और अग्निशमन विभाग के कर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने निरीक्षण किया। पुलिसकर्मियों को मुस्तैदी के साथ ड्यूटी करने का निर्देश दिया।
बुधवार को डोमरी से बैलूनों ने उड़ान भरी, लेकिन हवा का रुख देख पायलट ने गुब्बारों को अलग अलग ऊंचाई से उड़ाते हुए अलग अलग स्थानों पर लैंडिंग कराई। आसमान में उड़ते एयर बैलून लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे। इन्हें देखने और इनमें उड़ान भरने के लिए लोगों की अच्छी-खासी भीड़ उमड़ी डोमरी पहुंची थी। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी के मुताबिक डोमरी से उड़े बैलून हनुमान मंदिर शिवपुर रोड़, पीसौर पुल, लोहता, बरहौली, दनियालपुर, और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में उतरे जहां देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई।