सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक एलान… जिसमें उन्होंने एक लड़की जो अपने पिता को दिल्ली से दरभंगा ले जा रही थी… किया था… एलान करते वक्त लिखा था… सरकार से हारकर एक 15 वर्षीय लड़की निकल पड़ी है अपने घायल पिता को लेकर सैकड़ों मील के सफ़र पर… दिल्ली से दरभंगा… आज देश की हर नारी और हम सब उसके साथ हैं… हम उसके साहस का अभिनंदन करते हुए उस तक 1 लाख रुपए की मदद पहुंचाएंगे…. उसके बाद प्रमुख पत्रकार और दलित चिंतक प्रोफेसर दिलीप मंडल ने अखिलेश के लिए लिखा था… अखिलेश यादव के हावभाव मुख्यमंत्री से कम नहीं हैं… ये आदमी मिजाज से ही राजा है… बड़े दिल वाला! है… दिलीप मंडल की उस बात पर पहले भी कई नामचीन चेहरों ने हामी दी… कईयों ने तब कहा था… अखिलेश तो बड़े दिल वाले हैं… अखिलेश की राजनीति में तो बड़े दिल का भाव है… अखिलेश तो बड़े दिल से जनता के लिए काम करते हैं… अब इसका प्रमाण बीजेपी की ओर से भी मिला है… बीजेपी के एक नेता ने कहा है… अखिलेश तो बड़े दिलवाले हैं… अखिलेश ने जैसा शासन यूपी में किया था… वैसा शासन अबतक किसी ने नहीं किया… ऐसा बीजेपी का वो नेता अब कह रहा है…
बीजेपी नेता वरुण गांधी कह रहे हैं… अखिलेश तो बड़े दिल वाले हैं… एक वाकये के जरिए कहकर बता रहे हैं… अखिलेश क्या हैं… उनकी राजनीति क्या है… उनका मिजाज क्या है… वो जब यूपी के मुख्यमंत्री थे… तो क्या थे… अखिलेश के मुख्यमंत्रित्व काल के सामने मौजूदा मुख्यमंत्री क्या है… बीजेपी नेता वरुण गांधी ने सीधा सीधा यूपी के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शासन के बीच तुलना किया तो उन्होंने अखिलेश को बड़ा दिलवाला करार दे दिया… अखिलेश को सीएम योगी के सामने बड़ा ठहरा दिया…
बीजेपी नेता वरुण गांधी के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बड़े दिल वाले हैं… बड़े मन के हैं… ऐसे में वक्त में जब वरुण की अपनी पार्टी बीजेपी में नहीं सुनी जा रही है… उनकी बात को इग्नोर किया जा रहा है…वरुण किसानों की बात उठा रहे हैं… तो सरकार उनकी बात को इग्नोर कर रही है… वरुण बेरोजगारी की बात उठा रहे हैं… तो सरकार उनकी बात को भाव नहीं दे रही है… वरुण हिंदू और मुस्लिम एकता की बात कर रहे हैं… तो सिस्टम सुन नहीं रहा है… वरुण नेहरू, गांधी और कांग्रेस की बात कह रहे हैं… तो उनके अपने भाई राहुल गांधी उनकी राजनीति से खुद को किनारा कर रहे हैं… अपनी विचार धारा और वरुण की विचारधारा में अंतर बता रहे हैं… वरुण को राहुल गले तो लगा सकते हैं… लेकिन कांग्रेस में ऐंट्री नहीं दे सकते हैं… इंदिरा गांधी के परिवार को राहुल गांधी दो परिवारों में बांट रहे हैं… सोनिया परिवार और मेनका परिवार में… दोनों परिवार के विचारों में अंतर बता रहे हैं… वरुण को गले लगाने की बात तो कहते हैं… लेकिन साथ रखने से इनकार कर रहे हैं… तो ऐसे वक्त बीजेपी नेता वरुण गांधी को अब सिर्फ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर ही विश्वास है… वरुण राजनीति के सारे धुरंधरों में से सपा अध्यक्ष अखिलेश को ही बड़े दिल वाला मान रहे हैं… वरुण को दिखता है… अखिलेश ही अब उनकी राजनीति को नई राह दिखाएंगे… नई दिशा और दशा में ले जाएंगे..