• ‘निजता’ से छेड़छाड़ पर गुस्साए अखिलेश
  • Whatsapp जासूसी कांड को अखिलेश ने बताया संवेदनशील
  • राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती का बताया विषय
  • ‘लोगों की निजी जिंदगी में झांकने का दुस्साहस’

व्हाट्सएप के जरिये जासूसी की घटना से भारत में बवाल मचा हुआ… एक नई बहस छिड़ी हुई है… मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई… हर कोई सवाल पूछ रहा है… जवाब मांग रहा है…. वो सब पूछ रहे हैं… निजता का उल्लंघन सरेआम कैसे हुआ… किसके निर्देश पर हुआ है… सरकार की भूमिका कही इसमे तो नहीं…. कौन है जिम्मेदार… किसको लेनी होगी जिम्मेदारी…. विपक्ष मानकर चल रहा है… इन सबके लिए बीजेपी जिम्मेदार है… मोदी सरकार के निर्देश पर सबकुछ हुआ है…. बहरहाल देश में छिड़ी व्हाट्सएप के जरिए जासूसी की घटना पर सबके निशाने पर सरकार है… सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी वार किया… सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा… विदेशी कंपनी की ओर से निजता के साथ छेड़छाड़ के दुस्साहिक प्रयास में केन्द्र की बीजेपी सरकार की भूमिका की जांच होनी चाहिए

व्हाट्सएप के माध्यम से विदेशी कम्पनी द्वारा जासूसी किए जाने की ख़बर बेहद संवेदनशील एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती का विषय है। ये लोगों की निजी जिंदगी में झांकने का दुस्साहस है। इस विषय में भाजपा सरकार की भूमिका का खुलासा होना ही चाहिए। भाजपा के समर्थक तक इसके विरोध में हैं। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस बारे में केन्द्र सरकार को घेरते हुये ट्वीट किया था कि यदि भाजपा या उसकी सरकार जासूसी कराने वाली इजरायली एजेंसी के साथ लिप्त है तो मानवाधिकार के उल्लघंन का इससे बड़ा मामला नहीं हो सकता। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ सरासर खिलवाड़ है हालांकि इस संबंध में सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार है।आपको बता दे… व्हाट्सऐप ने इस मसले पर कहा था कि इजराइली स्पाईवेयर ‘पेगासस’ के वैश्विक स्तर पर जासूसी की जा रही है… भारत के कुछ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं… इसके बाद लोगों की निजता को लेकर नये सिरे से बहस छिड़ गयी थी… इस खुलासे के बाद