om prakash rajbhar on akhilesh yadav

आखिर क्या बात हुई… क्या से क्या हो गया जो ओपी राजभर, अखिलेश को ढूंढने लगे ?
राजभर अब कहने लगे… एक बार अखिलेश से मिला दीजिए… आमने सामने लाकर बहस तो करा दीजिए
अखिलेश से राजभर किस बात को लेकर करना चाहते हैं डिबेट… अखिलेश से बहस कर क्या करना चाहते साबित ?

राजभर की सियासत के साथ आखिर कौन सा खेला सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कर दिया कि अब वो उनसे बहस करके एक ऐसी सत्यता को साबित करना चाहते हैं… आखिर राजभर पर ऐसा क्या इल्जाम लगा जिसके लिए वो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराना चाहते हैं… अखिलेश को अपने आमने सामने बैठाकर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर क्यों डिबेट करना चाहते हैं… राजभर को किस बात का डर सताने लगा है… किस बात का अंदेशा होने लगा है… जिसके एहसास से उन्हें लगता है… उनकी राजनीति को खतरा है… सियासी गलियारे में चर्चा है… मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अब भी ओपी राजभर की राजनीति पर संदेह है… कही ना कही लगता है… अब भी ओपी राजभर का उनसे कनेक्शन है… योगी को इसी बात का एहसास कराने के लिए उन्हें संदेश देने के लिए ओपी राजभर एक नई बात कह रहे हैं… बस एक बार अखिलेश को आमने सामने बैठाकर डिबेट करना चाहते हैं… तो ऐसे में सवाल है… कि खुद को सियासत की दुनिया में मौसम वैज्ञानिक कहने वाले ओपी राजभर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से किस बात पर डिबेट करना चाहते हैं… सीएम योगी को क्या सबूत देना चाहते हैं….इस रिपोर्ट को आखिर तक देखिए पूरी बात समझ जाएंगे…


दरअसल गोंडा में भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की… उनसे बात की… आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर की चर्चा करके रणनीति बनाई और कार्यकर्ताओं को संगठन को मजबूत बनाने को लेकर मंत्र भी दिया…इसी दौरान सुभासपा सुप्रीमो ओमप्रकाश राजभर ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी के खिलाफ दिए गए बयान पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि वो बहुत दिन से बार-बार कहते हैं… इस देश में 90 फीसदी नेता दो मुहा सांप होते हैं… ठीक है कब क्या बोलते हैं क्या करते हैं 90 फीसदी नेताओं का यही हाल है… और छोटे दलों की मजबूरी है कि सत्ता के साथ वो रहेंगे, जिस दल की सरकार होगी तो दल उनका विकास करेगा… ओमप्रकाश राजभर ने NDA गठबंधन में शामिल होने पर कहा कि अभी इस देश में विचारधारा नहीं है, बल्कि अवसरवादिता है, अब किसी पार्टी की कोई विचारधारा नहीं है अवसरवादिता है, कैसे सत्ता मिल जाए जुगाड़ बनाईये… घोसी चुनाव में मिली हार को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने चुटकी लेते हुए मजाक मजाक में कहा कि जो जीता सिकंदर जो हार गया वह घर के अंदर है…वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा सनातन धर्म को लेकर लगातार की जा रही टिप्पणी पर निशाना साधते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि देखिए जब वह सत्ता में रहते हैं, चार बार बहुजन समाज पार्टी की सरकार में मंत्री थे, तब तो उनको कोई दिक्कत नहीं थी… 5 साल भारतीय जनता पार्टी की सरकार में थे, तब कोई दिक्कत नहीं थी… अब सत्ता नहीं है तो उनको भेजा गया है कि जाओ जब तक समाजवादी पार्टी को रसातल में न चल जाए, तब तक वहीं डांटें रहना….ऐसा बयान ओपी राजभर अक्सर देते रहते हैं… ये राजभर का रुटीन बयान है… जिसे उन्होंने दिया… लेकिन इसी दौरान एक ऐसा बयान दिया… जिसके अलग ही सियासी मायने हैं…


राजभर से पत्रकारों ने एक सवाल पूछा… सवाल यही रहा कि सुभासपा का NDA से गठबंधन होने के बाद विधायक अब्बास अंसारी गठबंधन से खुश है कि नहीं… इस सवाल का जवाब देते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि प्रत्याशी अब्बास अंसारी तो अखिलेश जी के हैं… हमारे सिंबल से चुनाव लड़े हैं ये कटु सत्य है… क्योंकि अखिलेश यादव ने 17 सीट दी थी… मुझे और 17 सीट में से 14 सीट पर अपना प्रत्याशी उतारा था… अखिलेश जी ने उसी में ये भी थे। एक दिन अखिलेश यादव को बैठा दीजिये डिबेट पर आमने सामने मेरे तो हम समझा दें… तो साफ है… सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, अब्बास अंसारी के मसले पर अखिलेश से डिबेट करना चाहते हैं… लेकिन सवाल ये हैं… उन्होंने कह दिया… बता दिया… अब्बास अंसारी से उनका रिश्ता नहीं है… तो फिर क्यों उन्हें अखिलेश से डिबेट करने की जरूरत क्यों पड़ी… सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जबकि ये कह दिया… चुकि सपा के गठबंधन के दौरान अब्बास अंसारी चुनाव लड़े और जीते हैं… तो ऐसे में वो जितने सुभासपा के विधायक हैं… उतना ही सपा का उसपर अधिकार है… इतना कहने के बाद भी ओम प्रकाश राजभर क्यों बताने में लगे अब्बास अंसारी उनके विधायक नहीं है… उनका उनसे रिश्ता नहीं है… एक आमने सामने आकर अखिलेश डिबेट कर ले… ऐसा कहकर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर किसको क्या संदेश देना चाहते हैं… क्या बताना चाहते हैं… क्या राजभर सीएम योगी को संदेश देना चाहते पूर्वांचल की सियासत में रसूख रखने वाले अंसारी परिवार से उनका कोई नाता नहीं है…उनका उनसे कोई पर्सनल कनेक्शन नहीं है… ये बातकर आखिर ओपी राजभर सीएम योगी क्या कहना चाहते हैं… आपकी क्या राय है… अपनी राय जरूर दे… साथ ही पेज को लाइक भी करें…