जी हां एक मुद्दा ऐसा है… जिसपर केशव वाकई में अखिलेश की राजनीति के साथ है…जिसपर वाकई में केशव ने अखिलेश का साथ दिया है… जिस वाकई में केशव अखिलेश के बोल को रिपीट कर रहे हैं… जिसपर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो कुछ कुछ बोल नहीं रहे हैं… बिलकुल ही चुप्पी साध रखी है… लेकिन अखिलेश के साथ केशव भी उस मुद्दे पर बोल रहे हैं… वही मांग कर रहे हैं… अखिलेश कई महीनों से कर रहे हैं….
पिछले एक साल में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बीजेपी की ओर से सबसे ज्यादा अटैक करने वाले किसी नेता के अगर नाम लिए जाए तो उसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का नाम सबसे पहले आएगा… अखिलेश भी केशव को किसी ना किसी तरीके से अपने निशाने पर लेते रहे हैं… लेते आ रहे हैं… कभी वो केशव को स्टूल वाले मंत्री कहते हैं… तो कभी 100 विधायक लाओं मुख्यमंत्री बना देंगे का ऑफर देते हैं… ये बात तय है अखिलेश यादव और केशव प्रसाद मौर्य ने एक-दूसरे को अपने रेडार पर लिया…अब अखिलेश और केशव दोनों ही तरफ से एक-दूसरे पर वार-पलटवार चलता रहता है…हालांकि एक मुद्दे पर दोनों नेताओं के सुर एक हैं… उस मुद्दे पर जो अखिलेश का स्टैंड है… वही केशव प्रसाद मौर्य का स्टैंड… जो अखिलेश ने सरकार से मांग की है… वो केशव की भी मांग हैं… अखिलेश जैसी सरकार से उम्मीद रखते हैं… उस मुद्दे पर केशव प्रसाद भी वैसी ही उम्मीद रखते हैं… जैसी ख्वाहिश अखिलेश की है… वैसी ही ख्वाहिश केशव प्रसाद मौर्य की है…
उत्तर प्रदेश की राजनीति में सत्ता पक्ष के नंबर-2 के चेहरे केशव प्रसाद मौर्य और विपक्ष के नंबर-1 चेहरे अखिलेश यादव हैं… दोनों ही नेता ओबीसी समाज से ताल्लुक रखते हैं…पिछले साल मई में सदन के भीतर दोनों नेताओं नें तल्खी दिखी थी… लगातार बयानबाजी होती है लेकिन जातिगत आधार पर जनगणना को लेकर दोनों ही नेता समर्थन में हैं… अखिलेश यादव लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं… वहीं केशव ने भी कहा कि वो इसके पक्ष में हैं।
अखिलेश यादव लगातार जातीय जनगणना कराने की अपनी मांग को दोहरा रहे हैं… अखिलेश कह रहे हैं… जो लोग कहते हैं कि जातीय जनगणना नहीं हो सकती तो सरकार वो सरकार से हट जाएं… समाजवादी लोग तीन महीने में अगर जातीय जनगणना न करा दें तो बताइएगा…उन्होंने कहा कि बहुत से पिछड़े, दलित, आदिवासी, जिन्हें संविधान से जो अधिकार मिले, इस सरकार ने नहीं दिए… सरकार को बताना चाहिए कि खासकर यूपी के जो वाइस चांसलर बने उनमें से कितने दलित और पिछड़े हैं…अखिलेश के इस बयान के बाद जातीय जनगणना को लेकर केशव प्रसाद मौर्य से पूछा गया… केशव मौर्य का रुख अलग देखने को मिला… मौर्य ने साफ कहा कि वो इसके पक्ष में हैं…
हालांकि केशव मौर्य लगातार अखिलेश पर हमलावर हैं…रामचरितमान प्रकरण पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की बयानबाजी के पीछे अखिलेश यादव का हाथ है…उनके दोनों हाथ में लड्डू है, लेकिन लड्डू के धोखे में वो अंगारा पकड़े हैं… ये समय उनको बताएगा…