नई दिल्ली, 6 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को कहा कि मुर्गे से कोरोनावायरस फैलने की अफवाहों के चलते देश का पॉल्टरी उद्योग प्रभावित हुआ है और उद्योग को रोजाना 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
मंत्री ने कहा कि पशुओं से कोरोनावायरस फैलने के संबंध में अब तक कोई प्रमाण नहीं मिला है, इसलिए इस संबंध में फैलाई जा रही अफवाहों से बचें।
उन्होंने कहा, अंडे, चिकन, मछली, गोश्त खाना सुरक्षित है और इस संबंध में मंत्रालय ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन(ओआईई) और डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट बताती है कि कोरोनावायरस के पशुओं से मानव में फैलने का अब तक कोई प्रमाण नहीं मिला है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि इस संबंध में अफवाह फैलाए जाने के कारण मछली, कुक्कुट पालक व पशुपालकों के अलावा मक्का और सोयाबीन उत्पादक किसान प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इससे देश के 10 करोड़ किसानों की रोजी-रोटी पर असर पड़ा है।
गिरिराज सिंह से यहां संवाददाताओं को बताया, एफएसएसएआई ने भी कहा है कि मांस, मछली और चिकन खाना सुरक्षित है और इससे कोरोनावायरस फैलने का कोई खतरा नहीं है।
मछली और मीट मार्केट में सफाई के मसले को लेकर पूछे गए आईएएनएस के एक सवाल पर सिंह ने कहा, इस संबंध में भी सरकार की ओर से पहले ही दिशा-निर्देश दिए गए हैं और मत्स्य विभाग की ओर से इसके लिए एक स्कीम भी लाई गई है, जिसमें मार्केट बनाने और स्वच्छता पर जोर दिया गया है।
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री डॉ. संजीव कुमार बालियान ने कहा, सफाई, मछली और मछली बाजार में ही नहीं बल्कि सब्जी बाजार में भी जरूरी है।
बालियान ने बताया, अफवाह से पॉल्टरी इंडस्ट्री को काफी नुकसान हुआ है और चिकन के थोक भाव में 70 फीसदी तक की गिरावट आई है। चिकन का भाव जहां 100 रुपये प्रति किलो चल रहा था, वहीं इस अफवाह से चिकन का थोक दाम 30 रुपये प्रति किलो पर आ गया है, जिससे कुक्कुट पालक किसानों को काफी नुकसान हुआ है।
गिरिराज सिंह ने कहा, किसी भी वैश्विक रिपोर्ट में अब तक कुक्कुट से मानव में करोनावायरस के फैलने के बारे में नहीं बताया गया है। सबसे बड़ी संस्था ओआईई के अनुसार कोरोनावायरस मानव से मानव में अंतरित होता है।
उन्होंने बताया कि एक टीवी न्यूज चैनल पर चली खबर के बाद लोगों में घबराहट है लेकिन लोगों को किसी अफवाह पर ध्यान नहीं देना चाहिए, क्योंकि चिकन, अंडे, गोश्त व समुद्रीय उत्पाद का उपभोग करने से कोरोनावायरस फैलने का कोई खतरा नहीं है।
–आईएएनएस