इस नजारे को जरा गौर से देखिए… मंडप तैयार है… दूल्हा-दूल्हन तैयार है… और तैयार हैं पंडित जी… पंडित जी का नाम सुनकर आप ये जरूर सोच रहे होंगे कि इस नजारे में कोई पंडित जी तो दिख ही नहीं रहे… आप की तरह हम भी अचंभित रह गए थे… यहां पंडित जी की न तो चोटी है… न झोला है… और न ही भगवा वस्त्र… यहां पंडित जी खाकी वर्दी में है… बकायदा बैठकर मंत्र पढ़ रहे हैं… फेरे लगवा रहे हैं… सात जन्मों तक साथ रहने का सिलसिला समझा रहे हैं… चलिए अब पूरे वाकये से आपका तार्रुफ कराते हैं… अमरोहा के हसनपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत होने वाली शादी समारोह में कोतवाल हसनपुर ने पंडित की भूमिका अदा की… जिसे देखकर सब लोग हैरत में पड़ गए और उन्होंने बाकायदा पंडिताई करते हुए जोड़े की शादी कराने के बाद दोनों को आशीर्वाद भी दिया
बता दें कि अमरोहा जनपद क्या कानपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 222 जोड़ों का सामूहिक विवाह होना था… जिनमें सबसे अधिक जोड़े हिंदू थे और पंडित काफी कम पड़ रहे थे… इसलिए हसनपुर के कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आरपी शर्मा ने पंडित की भूमिका अदा करते हुए… मुरादाबाद के रहने वाले दूल्हे वीरेंद्र सिंह और हसनपुर की रहने वाली दुल्हन निशा की शादी के मंत्र पढ़े और दोनों को शादी के बंधन में बांधने के बाद कोतवाल आर पी शर्मा ने उनको आशीर्वाद भी दिया… कोतवाल के वर्दी में पंडित का काम करने को जिसने भी देखा सराहना की