एक कॉल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal को बुरी तरह से फंसा दिया ! मोदी से पंगा लेना क्या केजरीवाल पर भारी पड़ गया ?

शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया पहले फंसे… अब केजरीवाल जद में है… दांव पर लग गया राजनीतिक करियर !
केजरीवाल, पीएम मोदी को घेरने में लगे थे… आदाणी से रिश्ता… डिग्री पर सियासी बवाल को रफ्तार दे रहे थे…
इधर सीबीआई के पास एक सबूत हाथ लगा… एक वीडियो कॉल को ट्रेस किया गया… सांसद को ‘ऑफर’ देने की बात सामने आई… केजरीवाल इसमें फंस गए!

वो दिन था 17 नवंबर 2021 का… जब दिल्ली में आप सरकार ने नई शराब नीति लागू की… तब वादा किया था… दावा किया था… शराब के कारोबार में माफिया राज को खत्म करने में ये नीति बड़ी सफलता की तरह होगी. लेकिन जैसे ही कुछ वक्त बीता… आरोप लगने लगे कि शराब के लिए लाई गई ये नई नीति माफियाराज को खत्म नहीं… बल्कि अब उसकी सूरत बदल दी गई है… जुलाई 2022 में तब के मुख्य सचिव ने एलजी वीके सक्सेना को एक रिपोर्ट भेजी… शराब घोटाले में आरोपों से घिरा जो पहला चेहरा नजर आया, सरकार में उसकी हैसियत नंबर दो की थी… दिल्ली सरकार में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया… जिनकी छवि नेताओं के बीच अब तक सफेद पोश की बनी हुई थी, उस पर ‘शराब घोटाले’ के छींटे पड़ चुके थे…
यहीं से ये साफ हो गया कि ये घोटाला किसी आइसबर्ग की तरह है, जो जितना ऊपर दिख रहा है उससे कहीं अधिक नीचे है…दिल्ली के एलजी की सिफारिश के बाद सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को केस दर्ज कर जांच शुरू की थी… इस केस में मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों को आरोपी बनाया गया था… 22 अगस्त को ईडी ने आबकारी नीति में मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी दर्ज किया था… करीब छह महीने की जांच के बाद सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को फरवरी महीने में गिरफ्तार कर लिया था… मनीष सिसोदिया तभी से सलाखों के पीछे हैं…
इन सभी झमेलों से सीएम केजरीवाल अभी तक बाहर थे. ईडी और सीबीआई की जांच लगातार जारी थी. इसी बीच सामने आई कहानी एक फोन कॉल की, जिसके एक सिरे पर कोई और नहीं बल्कि खुद सीएम अरविंद केजरीवाल बैठे थे… ये एक वीडियो कॉल थी, जिसके जरिए सीएम केजरीवाल ने एक शराब कारोबारी को दिल्ली आकर काम करने के लिए कहा था और इन दोनों के बीच की कड़ी बने विजय नायर…वही विजय नायर, जो आम आदमी पार्टी के संचार प्रभारी थे, और जिनकी भूमिका थी कि वो नई शराब नीति के पक्ष में कारोबारियों को एकजुट करें…
इसी सिलसिले में विजय नायर ने समीर महेंद्रु से कॉन्टैक्ट किया था… सीबीआई और ईडी ये खुलासा पहले ही कर दिया था कि नई शराब नीति के तहत शराब के जिन कारोबारियों को करोड़ों रुपये का फायदा पहुंचाया गया, उन तमाम कारोबारियों से वो खुद डील करता था और समीर महेंद्रु से भी वो कई बार मिल चुका था, लेकिन मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद जांच में ये सामने आया विजय नायर, जिन शराब कारोबारियों के साथ डील कर रहा था, उन तमाम लोगों से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद बात की थी… और इनमें समीर महेंद्रु का भी नाम भी शामिल है…
ये आरोप जिस सबूत के जरिए लगाए गए हैं, उनकी पीछे वही वीडियो कॉल है, जिसमें सीएम अरविंद केजरीवाल और समीर महेंद्रु ने बातचीत की थी… हुआ यूं कि विजय नायर से कई मुलाकातों के बाद भी समीर महेंद्रु दिल्ली आकर काम करने से पहले सीएम केजरीवाल से मिलना चाहता था… ईडी के मुताबिक, विजय नायर ने इसके बारे में अरविंद केजरीवाल को जानकारी दी तब वो इस शराब कारोबारी को मिलने के लिए तैयार हो गए थे… नायर ने पहले दोनों की मीटिंग कराने की कोशिश की, ऐसा नहीं हो पाया तो ‘फेसटाइम’ एप पर कारोबारी से वीडियो कॉल की…. ED का आरोप है, इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने समीर महेंद्रु से कहा

विजय नायर मेरा ही आदमी है,
आप इन पर भरोसा कीजिए और
इनके साथ मिलकर काम कीजिए

समीर महेंद्रु का जांच एजेंसियों को ये बताना और वीडियो कॉल के सबूत होना ही वह तथ्य बने, जिनके आधार पर अब सीबीआई सीएम अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करने वाली है… सीएम केजरीवाल पर जो आरोप हैं, उस पर थोड़ा और विस्तार से नजर डालें तो जांच एजेंसियों के मुताबिक, इस घोटाले की हर कड़ी उनसे जाकर जुड़ती है… जैसे कि ED ने चार्जशीट में ये भी बताया है कि केजरीवाल ने दिल्ली में शराब बेचने को लेकर आंध्र प्रदेश के एक सांसद मगुंता श्रीनिवासालु रेड्डी से भी मुलाकात की थी… रेड्डी YSR कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद हैं… केजरीवाल ने उन्हें नई शराब नीति के तहत दिल्ली में बिजनेस करने का ऑफर दिया था… इसी तरह कई अन्य लोग जो इस घोटाले में कहीं न कहीं शामिल हुए वो इसीलिए, क्योंकि उन्हें सीएम अरविंद केजरीवाल से भरोसा मिला हुआ था… तो क्या माना जाए दिल्ली के मुख्यमंत्री शराब के चक्रव्यूह में फंस गए… आपकी क्या राय है… अपना कमेंट जरूर करें और पेज को लाइक-सब्सक्राइब जरूर करें…