कन्नौज में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां हत्या के एक मामले में इंसाफ मांगने गए पीड़ितों पर ही पुलिस ने लाठियां चला दी। वारदातों को रोकने में नाकाम पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा। पुलिस के आलाधिकारी भी पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। कैमरे पर कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है । मामला कन्नौज की सदर कोतवाली क्षेत्र के शिखाना मोहल्ले का है। यहां की मैमूना के पति शाहिद का साली अर्शी से विवाद हुआ था। जिसके बाद अर्शी ने घर बुलाकर जीजा की पति व देवरों के साथ पीट पीटकर हत्या कर दी थी। हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिये मृतक की पत्नी पुलिस के पास गयी, लेकिन पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मुकदमा लिखने की बात कह पीड़ित को टरका दिया। कोई कार्यवाही होती न देख पीड़ित शव लेकर कोतवाली पहुंच गये। यहां कोतवाल विनोद मिश्रा ने तानाशाही दिखाते हुये पीड़ितों को धमकी देते हुये भगाना चाहा। मुकदमा लिखाने पर अड़ी मृतक शाहिद की पत्नी व अन्य रीजन जब नही माने तो रिजर्व फोर्स बुलाकर कोतवाल ने पीड़ितों पर लाठियां भंजवा दी। अपनी तानाशाही में चूर कोतवाल ने इंसाफ मांग रही महिलाओं को भी नही बख्शा। महिलाओं को भी लाठियों से जमकर पीटा गया। पीड़ित पुलिस पर हत्यारों से मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं।

शाहिद हत्याकांड में तहरीर मिलने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा क्यों दर्ज नही किया। यह कहीं न कहीं पुलिस की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा करता है। वही मामले पर एसपी का कहना था कि पुलिस ने मामूली सा लाठी फटकारकर लोगो को हटाया था बाकी जांच कर हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज कर कारवाही की जाएगी।