हरियाणा के विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती के बीच आईएएस अधिकारी ने अशोक खेमका ने ट्वीट किया है… उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘कमजोर निष्क्रियता मनोहर नहीं हो सकती’ उनके इस ट्वीट को मनोहर लाल खट्टर सरकार को मिले जनादेश से जोड़कर देखा जा रहा है… चुनाव में बीजेपी के मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार को बहुमत नहीं मिल सका है… बता दें कि अशोक खेमका वो अधिकारी हैं जिन्होंने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को दी गई जमीन का पट्टा रद्द कर दिया था… अब तक 52 तबादले झेल चुके अशोक खेमका का ये ट्वीट मनोहर लाल खट्टर सरकार को मिले जनादेश पर तंज के तौर पर देखा जा रहा है
हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने 1991 बैच के वरिष्ठ नौकरशाह अशोक खेमका समेत 9 IAS अधिकारियों का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया था… सरकार की तरफ से तबादले और तैनाती के आदेश जारी किए गए थे… खेल और युवा मामलों के विभाग के प्रधान सचिव पद पर तैनात रहे वरिष्ठ नौकरशाह अशोक खेमका को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में प्रधान सचिव के पद पर नियुक्ति मिली थी… बता दें कि इससे पहले भी वो इस पद पर रह चुके हैं… आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के 27 साल के करियर में उनका 52 बार ट्रांसफर हो चुका है… इससे पहले 51वें तबादले में उन्होंने लगातार हो रहे तबादलों से परेशान होकर कहा था, ‘अब तो लगता है कि जैसे भेजा फ्राई हो गया है.’ IAS अधिकारी खेमका का नाम 2012 में चर्चा में आया था, जब उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति राबर्ट वाड्रा की कंपनी और रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए जमीन सौदे को रद्द कर दिया था