कहते हैं एक उम्र होती है जीवन में कुछ पाने की… कहते हैं एक उम्र होती है जीवन में कुछ कर जाने की… लेकिन ये सब बातें लफ्फाजी हैं दिमाग अगर शातिर हो तो हर उम्र होती है जुर्म करने की… किडनैपिंग, फिरौती के बाद एक शख्स को बेरहम मौत देने का जो खुलासा आगरा पुलिस ने किया है… वो आपके दिलों की धड़कने बढ़ा देगा… किडनैपर गैंग का 50 लाख की फिरौती लेकर अपना कर्ज उतारना टारगेट था… और पूरे गैंग को लीड कर रही थी 60 साल की बुढ़िया… मामले में तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं… अछनेरा इलाके के रहने वाले धर्मेंद्र तिवारी 18 अक्टूबर को तहसील किरावली परिसर से अपने घर के लिए निकले थे… लेकिन देर रात तक नहीं पहुंचे तो परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई… पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो धर्मेंद्र तिवारी तहसील गेट से निकलते दिखे… इस दौरान एक अज्ञात व्यक्ति उनकी लिफ्ट लेकर पीछे बैठते दिखा… वो मिढाकुर तक जाते दिखे… पुलिसिया की मानें तो पता चला कि लिफ्ट लेने वाले शख्स के साथ एक और शख्स था जो तहसील परिसर में धर्मेंद्र के निकलने से पहले घूमता दिखाई दिया… इसके बाद साफ हुआ कि धर्मेंद्र तिवारी का अपहरण हुआ है… मामले में संदिग्ध व्यक्तियों के पोस्टर छपवाए गए… इसी दौरान 13 अक्टूबर को सहकारी समिति के कर्मचारी राकेश कुमार ने एक संदिग्ध की पहचान अपने बेटे अरुण उर्फ दीपक और दूसरे की पहचान अरुण के दोस्त ललित किशोर के रूप में की… इसके बाद अरुण और ललित को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई… जिसमें उन्होंने अपहरण और हत्या का जुर्म कुबूल किया

ललित ने बताया कि वो पहले से धर्मेंद्र को जानता था… उस दिन जब तहसील से धर्मेंद्र निकले तो उसने उन्हें रोका और कहा मेरा पर्स चोरी हो गया है… मुझे घर तक छोड़ दो… हैरान करने वाली बात तो ये है कि किडनैपिंग का ये सारा खेल उसकी 60 साल की मां शालिनी ने खेला… घर पर उन्होंने धर्मेंद्र को कॉफी में नींद की गोली डालकर पिला दी… इसके बाद उसे टेप से बांधकर बेड के नीचे डाल दिया… इसी दौरान उसकी सांस बंद होने से मौत हो गई… जिसके बाद तीनों ने मिलकर उसके शव को धीरे-धीरे पेट्रोल डालकर जलाया और 23 अक्टूबर को कंबल में लपेटकर कंकाल को नाले में फेंक दिया… इसके बाद तीनों ने मिलकर धर्मेंद्र की मोटरसाइकिल, लैपटॉप, बैग जैसे सामान छिपा दिए… पुलिस के अनुसार ललित किशोर की मां शालिनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं शव के साथ सभी सामान बरामद कर लिए गए हैं