सिद्धार्थ के लिए खनन माफिजिस झांसी के पुष्पेंद्र यादव को खनन माफिया बताकर… झांसी पुलिस ने एनकाउंटर किया… उसी झांसी पुलिस पर जब सवाल उठे… अखिलेश ने जब अन्याय की बात कहकर आवाज उठाई… न्याय के लिए झांसी के अग्निपथ पर चलने का मन बनाया… तभी अखिलेश की सोच पर…. यूपी सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अपने तर्क को शीर्ष पर ले जाकर चोट किया… अखिलेश को शीर्षसन करने के लिए मजबूर कर दिया… पुष्पेंद्र को खनन माफिया कहने से भी नहीं हिचके… अखिलेश को जातिवादी करार दे दिया

जय जवान, जय किसान की बात को अपनी जिंदगी में उतारने वाले भारत के लाल… पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के नाती, यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को केंद्रीय गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय से सीखना चाहिए…. अपनी अभिव्यक्ति के अधिकार को उनकी अभिव्यक्ति के अधिकार से मिलान करना चाहिए… निष्कर्ष पर पहुंचने की सीमाओं का आंकलन करना चाहिए

सिद्धार्थनाथ सिंह के लिए पुष्पेंद्र खनन माफिया था… लेकिन नित्यानंद राय के लिए वही पुष्पेंद्र, पुष्पेंद्रजी हैं…. गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय ने पुष्पेंद्र को पुष्पेंद्र जी कहकर संबोधित किया… उसी आरोपी के प्रति सम्मान व्यक्त किया… जब गृहराज्य मंत्री से राज्यसभा सांसद चौधरी सुखराम सिंह यादव ने झांसी के पुष्पेंद्र एनकाउंटर की जांच की मांग की… इसके जवाब में गृहराज्य मंत्री ने कहा कि कानून के मुताबिक मामले कि जांच की जाएगी…. अब पुष्पेंद्र को पुष्पेंद्रजी कहने वाले नित्यानंद के लिए सिद्धार्थनाथ सिंह क्या कहेंगे… वो तो पुष्पेंद्र की जाति से नहीं है… क्या कहेंगे अपनी अभिव्यक्ति पर… क्या कहेंगे… पुष्पेंद्र के बारे में… क्या अब भी सिद्धार्थनाथ के लिए पुष्पेंद्र खनन माफिया हैं