सूर्य भगवान को अर्घ्य देना काफी लाभकारी माना जाता है… कुछ लोग रोजाना सूर्योदय के समय अर्घ्य देते हैं तो कुछ रविवार के दिन… धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रोजाना सूर्य को अर्घ्य देने से स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है… तो वही कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने से भौतिक सुख, समृद्धि और संपदा की प्राप्त होती है… वही सूर्य को अर्घ्य देने के ज्योतिषीय और धार्मिक महत्व भी हैं… ज्योतिष के मुताबिक मनुष्य की कुंडली में सूर्य प्रभावशाली ग्रह माना जाता है… सूर्य देव को अर्घ्य देने से मनुष्य के जीवन में कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होती है… अगर आप किसी कार्य में सफलता पाना चाहते हैं तो सूर्य की उपासना उत्तम मानी जाती हैं… उगते सूर्य़ को अर्घ्य देने की रीति तो कई व्रतों और त्योहारों में है लेकिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा आमतौर पर केवल छठ व्रत में है
सूर्य देव को जल चढ़ाने के फायदे
सुबह, दोपहर और शाम तीन समय सूर्य देव विशेष रूप से प्रभावी होते हैं
सुबह के वक्त सूर्य की आराधना से सेहत बेहतर होती है
दोपहर में सूर्य की आराधना से नाम और यश बढ़ता है
शाम के समय सूर्य की आराधना से जीवन में संपन्नता आती है
सूर्य विजय और प्रतिष्ठा का कारक है… ऐसे में कोर्ट केस में जीत के लिए सूर्य की पूजा करें
सूर्य शासन सत्ता के ग्रह माने जाते हैं… इसलिए नौकरी में तरक्की के लिए सूर्य की पूजा करें और जल का अर्घ्य दें
अच्छे स्वास्थ्य, ज्ञान और बुद्धि के लिए सूर्य की पूजा के साथ अर्घ्य दें
सूर्य को हमेशा तांबे के पात्र से ही अर्घ्य दें… आंखें स्वस्थ रहती हैं
आत्मविश्वास कमजोर है और आलसी हैं तो सूर्य देव को अर्घ्य दें
सूर्य को अर्घ्य देने से पिता के साथ रिश्ते भी मजबूत होते हैं
सूर्य को जल चढ़ाने से मानसिक, शारीरिक और व्यवहारिक ज्ञान की प्राप्ति होती है
सूर्य को अर्घ्य देने से व्यक्ति मधुर आवाज का धनी, विद्वान और बुद्धिमान बनता है
जिन लोगों को गुस्सा आता है उन लोगों को सूर्य की पूजा जरूर करनी चाहिए
सूर्य देव की उपासना से लालच, विश्वासघात और बुरे विचार खत्म हो जाते हैं
सूर्य देव की उपासना करने से पेट की समस्या दूर होती है
जो विद्यार्थी बार-बार परीक्षा में असफल होते हैं वो सूर्य देव को अर्घ्य दें