नई दिल्ली, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को व्यापक हिंसक प्रदर्शन किया गया। इस दौरान भीड़ ने चार बसों में आग लगा दी और पथराव में दो अग्निशमन कर्मी घायल हो गए। नागरिकता कानून के विरोध में लगातार तीसरे प्रदर्शन किया गया।

नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के आयोजक रविवार को हिंसक हो गए और जामिया नगर इलाके में सराय जुलेना के निवासियों की पुलिस से झड़प हुई।

हालात तब गंभीर हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने एक बस को आग लगा दी और पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच टकराव के दौरान पथराव से एक फोटोग्राफर घायल हो गया।

इस आगजनी व विवाद से आश्रम से फ्रेंडस कॉलोनी और कालिंदी कुंज तक दक्षिण दिल्ली क्षेत्र में भारी ट्रैफिक जाम लग गया। पुलिस ने आसपास के इलाके से ट्रैफिक को डायवर्ट किया।

प्रदर्शनकारियों ने मथुरा रोड के विपरीत न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के दोनों रास्तों को जाम कर दिया। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट किया कि ओखला अंडरपास से सरिता विहार के लिए सभी आवागमन बंद है।

ट्वीट में कहा गया, बदरपुर की तरफ से आने वाले कार सवार लोगों को मोदी मिल फ्लाईओवर व सीआरआरआई की तरफ से आने वालों को नेहरू प्लेस की तरफ जाने की सलाह दी जाती है। आश्रम चौक की तरफ से आने वाले को रिंग रोड, मूलचंद फ्लाईओवर व बीआरटी कॉरिडोर या डीएनडी फ्लाईओवर की तरफ जाने का सुझाव दिया जाता है।

दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि शाम 4.42 बजे एक कॉल मिली कि बसों में आग लगाई जा रही है।

अधिकारी ने कहा, हमने दमकल की चार गाड़ियां भेजी, जिस पर एक हिंसक भीड़ ने हमला किया।

उन्होंने कहा कि हमारा वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और दो अग्निशमन कर्मियों को चोटें आईं है। वे अस्पताल में हैं।

उन्होंने कहा, इलाके में बहुत ज्यादा भीड़ जमा हो गई, जिससे हम मौके पर पहुंचने में विफल रहे और ट्रैफिक जाम ने भी दिक्कत पैदा की।

जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी ने एक बयान में कहा कि छात्र बसों को जलाने में शामिल नहीं थे।

उन्होंने कहा, यह कुछ बाहरी लोगों ने किया, जो यूनिवर्सिटी व आसपास के इलाके में अशांति फैलाना चाहते हैं।

–आईएएनएस