अमरोहा जनपद के निवासी सिपाही की बागपत में मौत के बाद अमरोहा में बवाल हुआ। शव के गांव पहुंचने के बाद गुस्साए परिजनों ने हंगामा किया। शुक्रवार सुबह अंतिम संस्कार से पहले शव को कांकाठेर के पास दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रख जाम लगा दिया। पुलिस ने परिजनों पर लाठियां भांजी और बमुश्किल जाम खुलवा कर हालात नियंत्रण में किए।
हसनपुर तहसील के सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव तरारा निवासी सिपाही प्रवीण की बागपत में गुरुवार को गोली लगने से मौत हो गई थी। सूत्रों के मुताबिक उसने आत्महत्या की। इसके उलट परिजनों ने उसकी हत्या किए जाने का आरोप लगाया। गुरुवार देर रात प्रवीण का शव बागपत से पैतृक गांव लाया गया, कोहराम मच गया। शुक्रवार के दिन परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर निकले। इसी बीच दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर कांकाठेर के नजदीक शव रखकर उन्होंने जाम लगा दिया। प्रवीण की हत्या किए जाने का आरोप लगाया। निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों को समझाने का प्रयास विफल होने पर लाठी भांजी। स्थानीय पुलिस और मृतक सिपाही के परिजन आमने-सामने नजर आए। गुस्साई पुलिस ने किसी तरह मामले को निपटाया और लोगों को सड़क से हटाकर के जाम खुलवाया जिसके बाद हालात काबू में कर लिया है और अब पुलिस परिजनों की तहरीर पर मुकदमा जीतने की बात कह रही है।