हम शेर हैं…Raja Bhaiya ने Gulshan Yadav को ललकारा… किसी की हिम्मत है तो कुंडा जनसभा करके दिखाएं !

गुलशन यादव पर राजा भैया का सबसे बड़ा अटैक… ऐसा वार तो पहले शायद ही किया होगा !
भरी सभा में राजा भैया ने मारी ऐसी दहाड़… कि गूंज गुलशन यादव तक जरूर पहुंची होगी !
राजा भैया ने सौ लफ्जों की बात बस दो वाक्यों में कह दिया… जिसने भी सुना उसने ही कहा… ये तो गुलशन यादव के लिए है !

राजनीति की दुनिया में ना तो कई परमानेंट दोस्त होता… और ना ही परमानेंट दुश्मन… लेकिन राजनीति की अदालत में एक ऐसा केस जो बहुत पहले आया था… जिसकी पड़ताल अबतक की जा रही है… उसकी पड़ताल में जो सच्चाई सामने आई है… कुंडा के दो सियासी दुश्मनों की दुश्मनी तो परमानेंट रहने वाली है… दोनों में से कोई भी किसी को बख्शने के मूड में नहीं है… ये सियासी दुश्मनी राजा भैया और गुलशन यादव के बीच की है… जिसके मिटने के आसार तो अभी दिख नहीं रहे हैं… अब कुछ दिन पहले की ही बात थी… गुलशन यादव डंके की चोट पर कह रहे थे… कुंडा में जीत उनकी पत्नी सीमा यादव की होगी… चाहे कोई कितना जोर लगा लगे… कुंडा के ट्रेक पर दौड़ेगी तो साइकिल… गुलशन यादव ने अभी कुछ दिन पहले ही कहा था… उनके खिलाफ जो भी पुलिसिया कार्रवाई हो रही है… वो सब उन्ही महोदय का किया धरा है,जो नाना बनने की उम्र में दुल्हा बनने का शौक रखते हैं… यानी गुलशन यादव की ओर से किसी पर पर्सनल अटैक किया गया था… तब कहने वालों ने कहा था… गुलशन यादव ने ये बात राजा भैया के लिए कही थी… उनपर ही वार किया था… अब राजा भैया की ओर से एक जनसभा में जो बात कही गई… उस बात को सुनकर कहने वाले कह रहे हैं… राजा भैया की ओर से ये ललकार तो गुलशन यादव के लिए है…
अब राजा भैया ने बड़े दिनों के बाद अपनी खामोशी तोड़ी है… जो चुप्पी उन्होंने बनाकर रखी थी… उस चुप्पी को उन्होंने तोड़ते हुए एक बड़ा बयान दिया… राजा भैया ने बड़ा बयान देते हुए कहा,

शेर भले ही भूखा रह जाए, लेकिन कभी कुत्तों का शिकार नहीं करता है

अब शेर कौन है… इससे समझने वाले तो समझ रहे हैं… शेर राजा भैया किसकों कह रहे है… जाहिर सी बात है… वो शेर का उपमा खुद दे रहे हैं… एक शब्द का कुत्ता का इस्तेमाल किया… अब राजा भैया को ये क्यों कहना पड़ा कि वो कुत्तों का शिकार नहीं करते हैं… तो जो राजा भैया के लिए डॉग की कैटेगरी में हैं… उनका शिकार कौन करेगा… तो माना जा रहा है… राजा भैया अपने सबसे बड़े सियासी दुश्मन का शिकार निकाय चुनाव के जरिए करेंगे… और वो शिकार उनके प्रत्याशी करेंगे… जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया ने नगर निकाय चुनाव में इस बार तीन नगर पंचायत में प्रत्याशी उतारे हैं… इनमें कुंडा में ऊषा त्रिपाठी, डेरवा में कुंवर बहादुर पटेल और हीरागंज में निर्मला देवी को जनसत्ता दल का टिकट मिला है…. लेकिन सबकी नजर कुंडा नगर पंचायत पर है… जहां से गुलशन यादव की पत्नी सीमा यादव सपा के चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में हैं… अब गुलशन यादव का आरोप रहा है… कि राजा भैया चुनाव को अपनी हनक से प्रभावित कर सकते हैं… लेकिन इसका जवाब अब राजा भैया ने दिया… शेर भले ही भूख रह जाए कुत्तों को शिकार नहीं करते…

कुंडा के राजा राजा भैया औऱ अखिलेश के गुलशन यादव के बीच सियासी दुश्मनी अब इतनी बढ़ गई है… कि लगता दोनों एक दूसरे के चेहरे पर से राजनीतिक मुस्कान को मिटा देना चाहते हैं… तभी तो राजा भैया कुंडा में आयोजित चुनावी जनसभा में कहते हैं…दवा करते हैं…

ये पहला चुनाव है, जहां जनसत्ता दल के अलावा किसी और दल की हिम्मत नहीं हुई कुंडा में जनसभा करने की… राजा भैया ने कहा कि जितने कर्मठ कार्यकर्ता जनसत्ता दल के पास हैं, उतने और किसी के पास नहीं हैं…

ऊपर से ऐसा लग रहा है… राजा भैया अपनी बात सभी विरोधी पार्टियों को सुना रहे हैं…लेकिन अंदर की बात ये है, राजा भैया का निशाना गुलशन यादव पर ही था… गुलशन यादव को ही शायद ये कह रहे थे… किसी की हिम्मत कुंडा में जनसभा कर ले… अब देखने वाली बात ये है कि आने वाले वक्त में क्या गुलशन यादव कुंडा जनसभा करते हैं… या नहीं ?