उत्तराखंड में बंदरों के आतंक से परेशान थे गांव वाले | वन विभाग की टीम ने बंदरों को पकड़ने के लिए लगाया था पिंजरा | सुबह पिंजरे के पास पहुंची टीम तो पिंजरे में फंसे जानवर को देखकर उड़ गए होश | बंदर की जगह पिंजरे में फंस गया था गुलदार | पिंजरे में गुलदार को देखकर वन विभाग की टीम के छूटे पसीने…
उत्तराखंड में बंदरों के आतंक से परेशान थे गांव वाले
वन विभाग की टीम ने बंदरों को पकड़ने के लिए लगाया था पिंजरा
सुबह पिंजरे के पास पहुंची टीम तो पिंजरे में फंसे जानवर को देखकर उड़ गए होश
बंदर की जगह पिंजरे में फंस गया था गुलदार
पिंजरे में गुलदार को देखकर वन विभाग की टीम के छूटे पसीने
उत्तराखंड के कई इलाकों में बंदरों का बड़ा आतंक है आए दिन यहां बंदर लोगों को परेशान करते हुए नजर आते हैं इनमें बंदरों से सबसे ज्यादा परेशान स्थानीय लोग ही हैं लेकिन बड़ी संख्या में वह दूरदराज के श्रद्धालु भी हैं जिन्हें बंदर अपना शिकार बनाते हैं…. नागदेव रेंज के आसपास के इलाकों में बंदर बड़ी संख्या में उत्पात मचाते हैं जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है और यह लोग अब इतना तंग आ चुके हैं कि गांव वालों ने इन बंदरों की शिकायत वन विभाग से कर दी जिसके बाद वन विभाग ने बंदरों को पकड़ने के लिए एक पिंजरा लगा दिया लेकिन तब लोग और वन विभाग की टीम भौचक्की रह गई जब अगले दिन वन विभाग की टीम और ग्रामीण पिंजरे के पास पहुंचे तो उसमें बंदर की जगह कोई और बैठा था जिसे देखकर लोगों के पसीने छूट गए…. बंदरों की जगह पिंजरे में ऐसा कौन था जिसे देखकर गांव वाले और वन विभाग की टीम के हाथ पांव फूल गए बताएंगे आपको पूरी खबर बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहे
दरअसल नागदेंव रेंज के आसपास के इलाकों में बंदर बड़ी संख्या में हैं जिसके चलते यहां के गांव वाले अक्सर परेशान रहते हैं और इसी के चलते गांव वाले अपनी समस्या लेकर वन विभाग पहुंचे जिसके बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर बंदरों को पकड़ने के लिए एक पिंजरा लगाया और इंतजार करने लगे बंदरों के उस पिंजरे में फंसने का लेकिन जब अगली सुबह वन विभाग की टीम और कुछ गांव वाले उस जगह पर पहुंचे जहां पिंजरा लगाया गया था तो पिंजरे में फंसे जानवर को देखकर हैरान रह गए क्योंकि पिंजरे में बंदर तो नहीं बल्कि एक गुलदार फंसा हुआ था और इतना ही नहीं एक गुलदार भागने में भी सफल हो गया…ये सब देखकर मौके पर मौजूद हर शख्स के पसीने छूट गए।
जिसके बाद वन विभाग की टीम ने गुलदार का मेडिकल परीक्षण कराया और अच्छी बात ये रही कि मेडिकल जांच में गुलदार स्वस्थ पाया गया और अब फैसला लिया गया है कि जल्द ही वन विभाग की टीम गुलदार को जंगल में छोड़कर आएगी।
खबरों के मुताबिक गढ़वाल वन प्रभाग के नागदेव रेंज स्थित अणेथ गांव और आसपास के गांवों में बंदरों का उत्पात बना हुआ है। इस सब के बारे में एक ग्रामीण कि
बंदर नरेंद्र लाल, कालिका प्रसाद, शकुंतला देवी समेत दूसरे लोगों
को काटकर घायल कर चुके हैं। इसके साथ ही बंदर घरों में घुसकर
खाने पीने की चीजों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। लेकिन अब तक
बंदरों का ही डर था लेकिन अब गुलदार का भी डर बन गया है
बता दें कि इस इलाके में बंदरों से छुटकारा पाने को लेकर ग्रामीण लंबे समय से मांग कर रहे थे और जब अब वन विभाग ने उनकी सुनी तो पिंजरे में बंदर तो नहीं फंसा बल्कि फंस गया गुलदार। अब गांव वालों का कहना है
पहले से ही बंदरों की समस्या क्या कम थी जो अब गुलदार भी आ धमके। फिलहाल पहले जहां इस इलाके में बंदरों की चर्चा हो रही थी अब गुलदार चर्चा का विषय बन गए हैं…और गांव वाले गुलदार से छुटकारा पाना चाह रहे हैं….आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएं साथ ही उत्तराखण्ड से जुड़ी हर खबर के लिए हमारा चैनल सब्सक्राइब कर लें…शुक्रिया