जहां PM Narendra Mod ने पी थी चाय, वहीं क्यों पहुंचे Akhilesh Yadav?
जहां PM Narendra Mod ने पी थी चाय, वहीं क्यों पहुंचे Akhilesh Yadav?

वाराणसी की गलियों में नेताओं का पहुंचना शुरू हो चुका है….लेकिन इस बार वाराणसी की गलियों में आप पीएम मोदी और सीएम योगी को ही नहीं देख पाएंगे…बल्कि अखिलेश यादव ने भी मोर्चा खोल दिया है….वाराणसी की गली से लेकर चाय की दुकान तक….चाय की दुकान वो वाली जहां पीएम मोदी खुद चाय पी चुके हैं…मंदिर से लेकर पूजा अर्चना तक…साथ में कह बैठे अरे तिलक लगाओ…ऐसा लगता है कि….अखिलेश यादव ने 2024 के चुनाव का श्रीगणेश कर दिया है…माहौल ऐसा बनाया है जिसकी काट खोजने में बीजेपी को नाकोचने चबाने पड़ेंगे…सियासत की चाबी टेबल पर रखी होगी…फिर भी बीजेपी इस बार ताला खोलने में असमंजस में होगी…जातीय समीकरण में फंसाने वाली बीजेपी को अखिलेश यादव ने ऐसे बवंडर में फंसाया है कि…पीएम मोदी हों चाहे योगी….परेशान तो जरुर होंगे….इस बार अखिलेश ने अपनी तैयारी में वाराणसी को चुना है…वही वाराणसी जहां से पीएम मोदी सांसद है….पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अखिलेश यादव ने ऐसी भूमिका बांधी जिसने बीजेपी नेताओं को परेशान कर दिया है…एक तरफ रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों पर सपा विरोध कर रही है तो ब्रह्मण नाराज न हो इसके लिए अखिलेश यादव ने गजब का पासा फेंका है…एक कहावत है कि लाठी भी टूट जाए और सांप भी न मरे…यूपी की सियासत में अखिलेश यादव ने बीजेपी के एजेंडे को फेल करने के लिए कुछ ऐसा ही किया है…बीजेपी नेता अखिलेश यादव को कच्चा खिलाड़ी समझ रहे थे…लेकिन उन्हें ये नहीं पता ये नेता ऐसा है जो बहुत पहले पक चुका है…बस रणनीति को धार देना बाकी था..जिसे दिया जा रहा है…हिंदुत्व के एजेंडे पर बीजेपी हमेशा चुनावी मैदान में उतरती है…2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को दलितों और ओबीसी का वोट मिला था…ऐसे में ओबीसी और दलित को अपने पाले में डालने के लिए सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को आगे किया और रामचरित मानस के मुद्दे को हवा दे दी…अब बाकी का काम अखिलेश यादव को करना है…ऐसे में प्लानिंग के तहत अखिलेश यादव काशी जा पहुंचे…काशी में अखिलेश यादव ने जो संदेश दिया…इससे साफ हो गया कि…वो ब्राह्णण नेताओं को भी नाराज नहीं करना चाहते हैं…

वाराणसी में चाय की दुकानों पर राजनीतिक चर्चा और राजनीति से रणनीति बन जाती है….इस बार अखिलेश ने भी इसी कॉलम को चुना है… वाराणसी में अखिलेश यादव ने उसी दुकान पर चाय की चुस्की ली…जहां 2022 में पीएम मोदी ने चाय पी थी…अपने पूराने कार्यकर्ता की दुकान को छोड़कर अखिलेश यादव ने अस्सी रोड पर स्थित पप्पू की चाय की दुकान पर चाय पिया…इस दौरान अखिलेश यादव ने ऐसी हरकत की जो कैमरे में कैद हो गई….चाय की दुकान पर लगी पीएम मोदी की फोटो के साथ चीयर्स करने के बाद चाय को पिया…

ये तो रही चाय वाली बात…अब जरा अखिलेश यादव की एक रणनीति के बारे में आपको और बताते हैं….वाराणसी में जब अखिलेश यादव संकटमोचन मंदिर पहुंचे थे तो उस समय मौजूद पंडितों ने पूजा कराया…इस दौरान अखिलेश यादव ने खुद कहा कि…अरे तिलक लगाइए…तिलक लगाने के लिए अखिलेश के कहने तक की तस्वीरें अब वायरल हो रही हैं….तो दूसरी तरफ काशी विश्वनाथ के दर पर पहुंचकर अखिलेश यादव ने मत्था टेका…बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करने के बाद अखिलेश यादव काफी देर तक काशी विश्वनाथ परिसर में घुमते रहे….

चलिए अब अखिलेश यादव की ऐसी कुछ और तस्वीरें दिखाते हैं जब वो पीएम मोदी और सीएम योगी की तरह वाराणसी की गलियों में घूमने लगे….अखिलेश यादव वाराणसी की गलियों में घूमे और लोगों से मुलाकात की…अखिलेश यादव की इस रणनीति के बाद से लोग हैरान और परेशान हैं….दूसरी पार्टियों को समझ नहीं आ रहा कि…एक तरफ रामचरित मानस का विरोध तो दूसरी तरफ अखिलेश का मंदिरों से लगाव उनकी समझ से परे है…हालांकि अखिलेश यादव की प्लानिंग से साफ है कि…2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को परेशानी होनी है…