सपा विधायक ने की बिहार के नीतीश सरकार की बड़ाई… योगी के मंत्री कर दी घनघोर बुराई
अखिलेश अपनी बात पर अडिग… जातिगत जनगणना सपा की सियासत में फिट
यूपी में जातिगत जनगणना पर योगी सरकार का ना… तेज हुआ अखिलेश का अभियान
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऐसे जवाब की अपेक्षा योगी सरकार से नहीं की थी… जैसा कि सरकार ने दिया है… जिसे सुनकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी अच्छा नहीं लगेगा… ना डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को और नाही बिहार बीजेपी के नेताओं को… क्योंकि जवाब तो योगी सरकार के मंत्री ने जातिगत जनगणना ऐसा ही दिया है… योगी सरकार ने यूपी में जातिगत जनगणना को ना कह दिया… माना जा रहा है… अब इस पर संग्राम भीषण होने वाला है… अखिलेश और शिवपाल ने भी कमर कस ली है… ठान लिया है… जबतक यूपी में जातिगत जनगणना नहीं होगी तबतक उनकी लड़ाई जारी रहेगी…. अखिलेश का प्लान जातिगत जनगणना पर अब क्या है… वो बताएंगे… पहले जान लीजिए योगी सरकार के मंत्री ने क्या कहा…
दरअसल जातिगत जनगणना की मांग को लेकर सपा, शिवपाल यादव की अगुवाई में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं… जिसके बाद सपा विधायक संग्राम सिंह ने बिहार का उदाहरण देते हुए यूपी में जातिवार जनगणना के बारे में सवाल किया… विधानसभा में प्रश्न करते हुए आजमगढ़ की अतरौलिया सीट से सपा विधायक संग्राम सिंह ने पूछा… आज देश और प्रदेश में जातिवार जनगणना को लेकर लोग आंदोलित हैं… रिपोर्ट बताती है कि इस देश के एक प्रतिशत लोगों के पास इस देश के 40 प्रतिशत लोगों के बराबर संसाधन है… और तकरीबन 50 फीसदी आबादी, 3 फीसदी संसाधनों में गुजारा करती है…बजट बनाते समय भी इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि अमुक वर्ग के लिए कितनी योजनाएं बनेंगी… जब आपके पास पिछड़े वर्ग का कोई डेटा ही नहीं है तो कहां से योजना बना पाएंगे… सरकार से पुरजोर मांग करता हूं कि हमारा पड़ोसी राज्य बिहार अपने संसाधनों पर जातिवार जनगणना कराने का काम कर रहा है… क्या उत्तर प्रदेश की सरकार लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में जातिवार जनगणना का काम बिहार की तर्ज पर करेगी?…
इस पर जवाब देते हुए कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा… जनगणना का काम भारतीय संविधान के अनुच्छेद 246 के अनुसार यह भारत सरकार का है… वैसे यूपी अब बहुत आगे निकल चुका है… हम यूपी को रिवर्स बिहार की तरफ नहीं पहुंचाना चाहते हैं… बिहार में जिस तरीके अराजकता है, भ्रष्टाचार है, नौकरियों के भीतर परिवारवाद है और यहां तक कि चारा खाने का काम जहां तक होता रहा है… उस तरफ उत्तर प्रदेश को नहीं ले जाना चाहते हैं। हम अपने तरीके से राज्य को उत्तर प्रदेश बनाना चाहते हैं… और हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबके प्रयास से आधार पर उत्तर प्रदेश को देश का सबसे सर्वोत्तम राज्य बनाना चाहते हैं… इसलिए जो राज्य पिछड़ेपन का शिकार है, उस तरफ नहीं जाना चाहते हैं…
इस जवाब के बाद सदन में हंगामा मच गया…सपा विधायक वेल में आकर प्रदर्शन करने लगे। शिवपाल की अगुवाई में हंगामा होने लगा…इध योगी सरकार ने जातिगत जनगणना को यूपी में ना कहा… उधर जातिगत जनगणना के पक्ष समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर जातीय जनगणना को लेकर पोस्टर लगाए हैं…. सपा का ये पोस्टर दिखाता है… कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर वो पूरे यूपी में आंदोलन की रणनीति को धार दे रही है…. सात चरणों मे इसको लेकर संगोष्ठी अभियान चलने वाला है…. इसकी शुरुआत बनारस से होगी…. बनारस इसका प्रमुख केंद्र बनेगा…. इसमें वाराणसी सोनभद्र मिर्जापुर भदोही और प्रयागराज के कार्यकर्ता शामिल होकर मुद्दे को कैसे प्रमुखता से उठाया जाए, इस पर चर्चा होगी कुल सात चरणों मे अभियान चलेगा और 5 मार्च तक मंथन के जरिये सपा जातीय जनगणना के मुद्दे को उठाती नजर आएगी….