लखनऊ, 26 फरवरी (आईएएनएस)। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने दिल्ली में तीन दिनों से हो रही हिंसा के लिए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता वारिस पठान को जिम्मेदार ठहराया है।
रिजवी ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि वारिस पठान के बयान के कारण ही लोग उग्र हो गए हैं। उन्होंने शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध पर तंज किया और कहा कि ये हिंसा शाहीनबाग में बैठीं दादियों और नानियों की जिहालत का नतीजा है।
उन्होंने कहा, सभी से हाथ जोड़कर अपील है कि कांग्रेसी जहर का प्याला लोग न पिएं। कांग्रेस के जाल में फंसकर हुकूमत के खिलाफ माहौल मत बनाओ। हुकूमत, देश और सीएए कानून हमारा है। आपस में लड़कर मरने वाले को कोई शहीद नहीं कहता। दिल्ली में हुई हिंसा के लिए वारिस पठान जिम्मेदार हैं।
वसीम रिजवी अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चाओं में बने रहते हैं। वह सीएए के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शनों पर लगातार सख्त बयानबाजी करते रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक बयान में कहा था कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो इस्लामिक दाढ़ी और बगैर मूंछ के डरावने चेहरे हिंदुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब को तार-तार कर देंगे।
उन्होंने कहा कि शाहीनबाग जैसे हजारों धरने हो जाएं, लेकिन नागरिकता संशोधन कानून पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
रिजवी ने इससे पहले कहा था कि शाहीनबाग का धरना हक मांगने की लड़ाई नहीं है, बल्कि हिंदुओं का हक छीनने की जिद है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पहले कसाब (अजमल आमिर कसाब) भेजता था, लेकिन अब ओवैसी वायरस से हिंदुस्तान में कसाब तैयार किए जा रहे हैं।
–आईएएनएस