बीजेपी सांसदों के काम का 10 साल…अखिलेश यादव ने चली सियासी चाल !
बीजेपी के सांसद लेकिन रिपोर्ट पेश करेंगे अखिलेश…बीजेपी नेताओं में क्लेश !
लोकसभा चुनाव से पहले होने वाला है खेला…अखिलेश बन गए गुरू…विरोधी चेला !
लोकसभा चुनाव की तैयारी है…और भला दांव पेंच न कसा जाए ऐसा कैसे हो सकता है…बीजेपी सांसदों ने प्रदेश में क्या काम किया है…और किस बीजेपी सांसद की कैसी विकास रही…अब ये बीजेपी नहीं बताएगी…बल्कि अखिलेश यादव ने इसका जिम्मेा ले लिया है…अखिलेश यादव के इस मास्टर प्लान ने बीजेपी को हैरत में डाल दिया है…ये आज तक का सबसे बड़ा मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है…जो अखिलेश यादव ने चला है…बीजेपी के सांसद भले ही अपने विकास को छिपाना शुरू कर दें…लेकिन वो ऐसा कर नहीं पाएंगे…क्योंकि इसी मुद्दे पर अखिलेश यादव राजनीति की नई मिसाल को भुनााएंगे….अब आप सोच रहे होंगे कि…आखिर अखिलेश यादव बीजेपी सांसदों के पीछे क्यों पड़े हैं…तो सोचने की जरुरत बिल्कुल नहीं है…क्योंकि अगले कुछ मिनट में जो हम आपको बताने जा रहे हैं…जिस मुद्दे पर अखिलेश की राजनीति का खुलासा करने जा रहे हैं…वो मामला ही इतना गंभीर है कि..किसी को यकीन नहीं होगा ऐसा हो सकता है…चुनाव के दौर में हर पार्टियां अपना अपना संकल्प पत्र जारी करती हैं…और कहती हैं कि…ये काम हम अगले पांच साल में करेंगे…लेकिन पांच साल में क्या काम होता है…और क्या रह जाता है..ये दोबारा से चुनाव आने पर नहीं बताया जाता है…लेकिन अब ये काम बीजेपी करे या न करे लेकिन अखिलेश यादव जरुर करेंगे… तो चलिए अगले एक मिनट में बीजेपी सांसदों की पोल खोलने वाली एक रिपोर्ट पर नजर डालते हैं…और बताते हैं कि…बीजेपी सांसदों को चुनाव में धूल चटाने के लिए अखिलेश यादव ने क्या रणनीति बनाई है….
सपा खुद बताएगी बीजेपी सांसदों की रिपोर्ट
चुनाव से पहले बीजेपी सांसदों के काम की लिस्ट सपा जारी करने वाली है…सपा नेताओं की तैयारी है कि…बीजेपी चाहे जो भी रिपोर्ट लाए लेकिन समाजवादी पार्टी बीजेपी सांसदों की वर्जिनल रिपोर्ट जारी करेगी…बकायदा इसकी रिपोर्ट भी तैय़ार जा रही है…इस रिपोर्ट में 10 साल का पूरा लेखा जोखा भी होगा….सपा का मानना है कि…2024 में सत्ताधारी बीजेपी जब चुनाव में उतरेगी तो उसकी सरकार के 10 साल पूरे हो चुके होंगे….ऐसे में वादों को पूरा कराने और विकास कामों के लिए एक दशक का समय काफी होता है…ऐसे में इस चुनाव में उसे कामकाज का जमीन पर हिसाब देना होगा….भावनात्मक मुद्दों के उभार में बुनियादी सवाल गायब करने की कोशिशें सफल न हो इसके लिए सपा के पदाधिकारी-कार्यकर्ता आक्रामक रूप से जमीन पर काम करेंगे….हम जो मुद्दे उठाएं जनता का सरोकार उसे जुड़े और सत्ता का नाकामियों को ठीक से समझ सके..इसके लिए जमीन पर होमवर्क और फीडबैक जरूरी है….स्थानीय मुद्दे मतदाता को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं…यही वजह है कि राष्ट्रीय मसलों पर नाकामियों को चिह्नित करने के साथ ही लोकसभावार भी हम सत्ता पक्ष के सांसदों के काम-काज का लेखा-जोखा तैयार कर रहे हैं…और जमीनी हकीकत पर उतारने की कोशिश भी की जाएगी….
किस बीजेपी सांसद के क्षेत्र में क्या है सपा खोलेगी पर्दा ?
बीजेपी सांसदों की रिपोर्ट कार्ड ही नहीं बल्कि पूरी जमीनी सियासत को भी समझने की तैयारी है….जिलों से जो लोकसभावार रिपोर्ट मांगी गई है…उसमें जमीन गणित और समीकरण को समझने पर भी जोर है…पिछले चुनावों की समीक्षा में कई सीटों पर यह बिंदु निकलकर आए कि चेहरे के चयन या रणनीति बनाने में स्थानीय समीकरणों को समझने में चूक हुई,…इसलिए जिला और महानगर के पदाधिकारियों से चुनाव को लेकर अपनी राय भी भेजने को कहा गया है….और बीजेपी संसदों के पांच बड़े ऐलान जो जमीन पर नहीं उतरे उसकी पूरी जानकारी अखिलेश यादव ने मंगाई है…तो आप समझ सकते होंगे कि….तैयारी कैसी होगी