सियासत के अखाड़े में फिर अखिलेश वर्सेज केशव… दबाव बनाकर कौन जमा रहा किस पर प्रभाव !
अखिलेश ने योगी से पूछा जूते क्यों उतरवाए ?… योगी ने अबतक जवाब नहीं दिया लेकिन केशव आ गए…
केशव ने अखिलेश की राजनीति पर किया करारा प्रहार… क्या अखिलेश के वार के लिए केशव हैं तैयार ?

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच फिर लड़ाई शुरू हो चुकी है… फिर से अखिलेश के सामने केशव आ गए… हालांकि अखिलेश का निशाना केशव प्रसाद मौर्य के लिए नहीं था… उनकी जुबां से निकले शब्दों के तीर तो सीएम योगी के लिए था… अखिलेश ने तो सीएम योगी पर निशाना साधा था… उनसे पिछड़ों को लेकर बस एक सवाल किया… बस एक बात कही थी… ओबीसी रिपोर्ट पेश करने आए ओबीसी आयोग के सदस्यों के जूते क्यों उतरवाए… सीएम योगी ने अखिलेश के वार पर पलटवार तो नहीं किया… लेकिन उनकी ढाल बनने के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तैयार हो गए… अखिलेश की ओर से योगी पर किए गए वार पर केशव प्रसाद मौर्य ने अपने तरीके से तंज कस दिया… केशव ने अखिलेश पर क्या करारा प्रहार किया… उससे वाकिफ कराएंगे… लेकिन उससे पहले अखिलेश ने क्या कहा वो जान लीजिए…

दरअसल यूपी नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के लिए गठित ओबीसी आयोग ने अपनी रिपोर्ट 9 मार्च को सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंप दी… 350 पेजों की इस रिपोर्ट पर योगी कैबिनेट में चर्चा हुई …. जिसके बाद माना जा रहा है इस रिपोर्ट को मंजूरी मिल सकती है… इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछड़ों के साथ भेदभाव को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है… अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि जब ओबीसी आयोग के सदस्यों ने सीएम योगी को रिपोर्ट सौंपी तो उनके जूते उतरवाए गए जबकि सीएम योगी और उनके कुछ खास लोग बैठक में जूते पहनकर पहुंचे थे….

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर से पिछड़ों और दलितों के साथ भेदभाव के मुद्दे को उछालते हुए आरोप लगाया कि ओबीसी आयोग के सदस्य जब निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण की रिपोर्ट देने के लिए सीएम योगी से मिलने पहुंचे तो उनके जूतों को उतरवाया गया… साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया है कि इस दौरान खुद सीएम योगी आदित्यनाथ और उनके करीबी अफसर और मंत्री जूते पहने हुए थे… अखिलेश ने कहा कि जब पिछड़ों के साथ इस तरह का भेदभाव किया जा रहा है तो वो उनका हक कैसे देंगे? इसके साथ ही उन्होंने सीएम योगी को समाजवाद का मूल भी पढ़ने की हिदायत दी… अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया और कहा कि,

जब मुख्यमंत्री ख़ुद व उनके आसपास उनके खास लोग जूता पहन सकते हैं तो पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्यों के जूते क्यों उतरवाए गये? ऐसी भेदकारी सोच वाले लोग पिछड़ा वर्ग को उनका हक़ कभी नहीं देंगे… पिछड़े-दलित अब भाजपा के झांसे में नहीं आएंगे. मुख्यमंत्री पढ़ें समाजवाद का मूल होता है बराबरी…

अब इस पर केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश पर पलटवार किया है… सीएम योगी आदित्यनाथ के यहां आयोग के सदस्यों के जूते उतारकर जाने के मामले पर अपनी राय दी…अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि

अखिलेश यादव किसी मंदिर में या साधु के यहां जाते होंगे तो जूते पहन कर जाते होंगे… सपा अध्यक्ष को इस प्रकार की ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए… मैंने इस मामले को देखा नहीं है, लेकिन उन्हें इसके बारे में पता करना चाहिए कि कहां पर गए? किस स्थिति में गए?

तो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान को किस तरह से लिया… क्या उन्होंने सीएम योगी के सपोर्ट में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सियासत से पंगा लिया… या फिर ओबीसी पॉलिटिक्स पर बात रखने के लिए केशव को बीजेपी के अंदरखाने से अधिकार मिल गया… क्या इसी वजह से केशव ने अखिलेश को ललकारा… अब ललकारा है… अखिलेश क्या जवाब देंगे…