CM Yogi ने Shaista को ‘माफिया’ कहा… Akhilesh को माफिया शब्द पर एतराज… MAyawati-Owaisi क्यों हुए हैरान ?

बड़े दिनों के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुला स्टैंड लिया… तो लोग कहने लगे… क्या उन्होंने ऐसा राजनीतिक दबाव की वजह से किया
अतीक-अशरफ पर कार्रवाई के दौरान अखिलेश साधी थी चुप्पी… लेकिन शाइस्ता परवीन के मुद्दे पर नहीं रहेंगे मौन
योगी ने शाइस्ता को नाम दिया… अखिलेश को उस पर एतराज… इसलिए अखिलेश की सियासत विरोधियों पर गिरा रही गाज

राजनीति की सतह खिसकते रहती है… कभी इधर कभी उधर… कभी अस्थिर कभी स्थिर… राजनीति का मौलिक चरित्र कुछ ऐसा ही है… अब देखिए… अखिलेश अतीक-अशरफ की कार्रवाई के दौरान उतने एग्रेसिव नहीं दिखे… जितनी मायावती रही… जितने असदुद्दीन ओवैसी रहे… वो तब की बात थी… लेकिन अबकी बात कुछ ऐसी हुई… कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूरा स्टैंड उसके लिए लिया है… जो यूपी पुलिस की आंखों धूल झोंककर इधर उधर ना जाने किधर फरार है… अखिलेश यादव ने पुलिस की ओर से शाइस्ता परवीन को माफिया घोषित किए जाने पर सवाल खड़ा कर दिया है…

शाइस्ता परवीन को माफिया लिखना कितना सही है?
एक महिला को माफिया कैसे लिखा जा सकता है?

अखिलेश यादव का ये बयान कई मायने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है… दरअसल, अभी तक अखिलेश यादव के अतीक अहमद और अशरफ की प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल परिसर में तीन शूटरों की ओर से हत्या किए जाने पर कोई बड़ा स्टैंड लेता नहीं देखा गया था… इस मामले को यूपी नगर निकाय चुनाव में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जोरदार तरीके से उठाया… अतीक- अशरफ की हत्या के लिए उन्होंने भाजपा के साथ-साथ समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा… ऐसे में अब शाइस्ता परवीन को माफिया लिखे जाने पर सवाल खड़े कर अखिलेश यादव ने एक नई राजनीति के संकेत दे दिए हैं… यूपी नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग से पहले उनके बयान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है…

शाइस्ता परवीन को माफिया लिखे जाने को लेकर अखिलेश कह रहे हैं…

ये भाषा पुलिस की नहीं है…बीजेपी की भाषा है…बीजेपी यूपी पुलिस को चला रही है

अब राजनीतिक महकमे ये सवाल उठने लगा है कि क्या कभी समाजवादी पार्टी के साथ रहे अतीक अहमद के परिवार और शाइस्ता को अखिलेश यादव अपना समर्थन दे रहे हैं?

इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के बयान के बाद अखिलेश यादव के बयान को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है… एक जनसभा में मौलाना तौकीर ने कहा कि

अतीक-अशरफ की हत्या और आजम खां की जिल्लत के लिए जितनी जिम्मेदार बीजेपी है, उससे कम जिम्मेदार समाजवादी पार्टी भी नहीं है… अखिलेश यादव का उतना ही हाथ है, जितना बीजेपी का हाथ है…

तौकीर रजा के इस बयान ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ाई है…मौलाना तौकीर रजा ने यूपी निकाय चुनाव में मुसलमानों को अपनी ताकत दिखाने का संदेश दिया… तो अब कहा जा रहा है… इससे सपा उम्मीदवारों को मुस्लिम और यादव समीकरण टूटने का डर सताने लगा है… अतीक अहमद के खिलाफ हुए एक्शन पर अब तक कमोबेश उदासीन रहे अखिलेश यादव ने अब शाइस्ता का मुद्दा उठाकर मुसलमान वोटरों के बीच खुद को स्थापित रखने का संदेश देने की कोशिश की है… मायावती, एआईएमआईएम और अब आईएमसी की ओर से गरमाए जा रहे मुद्दों के बीच चुनावी मैदान में नुकसान को पाटने की कोशिश के रूप में अखिलेश के इस बयान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है…