अयोध्या मामले की सुनावई में जहां लगातार सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस बरसों से चले आ रह विवाद पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है …अगर सिर्फ सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई की ही बात करें तो यहां सभी पक्षकारों ने जमकर जंग लड़ी .. एक दूसरे के दावों को हर कोशिश कमतर दिखान के कोशिश की .. एक बाद एक दलील रखी .. शोर-शराबे हुए और जजों के सवाल रोज अखबारों की सुर्खियों बने … हर दिन की सुनवाई में क्या हुआ किसने क्या कहा किसको क्यों जज ने फटकार लगाई वगैरह वगैहर .. लेकिन एक बात इस सुनवाण में सबसे ज्यादा चर्चा में रही वो रही सभी पक्षकारों की तरफ से पेश होने वालों वकीलों की आपसी बहसम बहसी की .. हर सुनवाई के दौरान के ये दौरान ये एक दूसरे पर पूरी शिद्त के साथ वार कर रहे थे … गर्मागर्म बहस हो रही थीं .. आरोप प्रत्यारोप हो रहे थे ..हर कोई एक दूसरी पर बढ़त हासिल करना चाहता था
ये स्वस्थ लोकतंत्र और हमरे सविंधान क गरिमा भी दिखाता है कि यहां हर किसी को अपनी बात रखने का पूरा हक दिया जाता है .. खैर .. दलीलों और सवाल जवाब क लंबे दौर के बाद वो दिन भी आया जब इस विवाद की अंतिम दिन सुनवीई हुई और फैसला सुरक्षति रख लिया गाय .. उस दिन एक तस्वीर ने सभी को अपनी तरफ आकर्षित किया जो वाकई में हैरान करने के साथ साथ एक स्नेह और सम्मान की मिसाल भी पेश करती है .. इस तसत्वीर को पहले आप देखिए कि इसमें दो वकील एक दूसरे के कंधे में हाथ डालकर बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं .. ये रामलला विराजमान की तरफ से पेश वकील के परासरण मुस्लिम पक्षकार राजीव धवन.. इन दोनों ने कोर्ट रूम मे एक दूसर की खूब धजिज्या उड़ाई… एक दूसरे पर जमकर आरोप भी लगाए लेकिन जिस दिन सुनवाई को आखिरी दिन था तो इस तस्वीर ने सभई का दिल जीत लिया
हिंदू पक्षकार क वकील परासरण और मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन सुनवाई पूरी होने के बाद एक दूसरे के कंधे पर हाथ रखकर स्नेह के साथ चलते हुए नजर आऐ.. ये प्रोफेशनलिज्म और सोशिलिज्म का सबसे बेहतरी न उदाहरण है कि हम कुछ भी हैं लेकिन एक हैं.. हमारे विचार हमारी जिम्मेदारिया भले ही हमे एक दूसरे का विरोध करने के लिए आमने सामने खड़ा कर दें लेकिन हम अपने संबंधों को कमतर नही करेंगे .. सुप्रीम कोर्ट के पांच विद्वान जजों ने इस फैसले को सुना ..परासरण और राजीव धवन ने भी अपना काम पूरी जिम्मेदारी से निभाया.. अब हमें भी परासरण और धवन की तरह एक साथ मिलकर फैसले को सुनना है और उसपर अमल करना है एक दूसरे की भावना का सम्मान करत हुए. यहीं संदेश है परासरण और राजीव धवन की खूबसूरत तस्वीर का