कोरोना संकटकाल में ऐसी स्थितियां बनी । जिससे सबसे ज्यादा अगर कोई प्रभावित हुआ तो वो है मजदूर । प्रवासी मजदूरों और कामगारों का अपने-अपने घरों को लौटने का सिलसिला जारी है । ऐसे में सरकार निशाने पर है और विपक्ष के तेवर गर्म है । लेकिन राजनीति के इस द्वंद के बीच कई नेता दो कदम आगे बढ़कर इन मजदूरों के लिए इंसानियत भी दिखाने में भी पीछे नहीं है । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इन्हीं नेताओं में से एक हैं ।
लॉकडाउन में मजदूरों के पैदल ही सैकड़ों-हजारों किलोमीटर का सफर करने की तस्वीरें आपने देखी होगी और अब भी देख रहे होंगे ।
इसी कड़ी में दरभंगा की ज्योति पिता मोहन पासवान को साइकिल पर बिठा कर हरियाणा के गुरुग्राम से अपने घर बिहार के दरभंगा पहुंचीं । ज्योति की इस हिम्मत की पूरी देश में सराहना हुई । कई संगठनों ने उन्हें सम्मानित करने का ऐलान किया है । ऐसे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कैसे रुखने वाले थे, उन्ही की पार्टी सपा के चुनाव चिन्ह साइकिल पर ही बैठकर ही तो ज्योति 1200 किलोमीटर की यात्रा की । अखिलेश ने ज्योति को एक लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है ।सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है
सरकार से हारकर एक 15 वर्षीय लड़की निकल पड़ी अपने घायल पिता को लेकर सैकड़ों मील के सफ़र पर. दिल्ली से दरभंगा. आज देश की हर नारी और हम सब उनके साथ हैं । हम उनके साहस का अभिनंदन करते हुए उन तक 1 लाख रुपये की मदद पहुंचाएंगे ।
अखिलेश की ओर से ये इनाम ज्योति के मजबूत जज्बे के लिए है । समझिए, 15 साल की ज्योति ने तकरीबन 1200 किलोमीटर की दूरी सात दिन में तय की । वो एक दिन में 100 से 150 किलोमीटर अपने घायल पिता को पीछे बिठा कर साइकिल चलाती थी । जब कहीं ज्यादा थकान होती तो सड़क किनारे बैठ कर ही थोड़ा आराम कर लेती थी ।
वैसे अखिलेश ने एक लाख का इनाम उस मासूम को भी दिया जिसे उसकी मां ब्रिफकेश पर सुलाकर रही थी । ये वीडियो भी तब खूब वायरल हुआ था । अब अखिलेश की ओर से इनाम मिला है ।अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा
जिस मासूम को इतनी कम उम्र में ही इतनी भयावह परिस्थितियों से गुजरना पड़ा है, उसके जीवन में कुछ सकारात्मक घट सके… इस आशा के साथ हम इस बच्चे के माता-पिता तक 1 लाख रु की आर्थिक मदद पहुँचाएँगे. जो जनता ‘सत्ता’ का दिया दुख झेल रही है वो जानती है कि ये बचपन का खेल नहीं है
अब सोच रहे होंगे ऐसी स्थिति क्यों बनी, आपके लिए कई वजहे हो सकती है । लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इन सबके लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार मान रहे हैं । इसलिए एक तरफ इनाम के साथ इनके जज्बें को सलाम कर रहे है तो दूसरी ओर देश की आम जनता के बीच अपना सियासी नजरिया भी पेश कर रहे हैं । अब देखने वाली बात ये है जनता इन्हें किस तरीके से लेते हैं ।