आगरा में रक्षाबंधन पर शराब पीने के बाद चार थाना क्षेत्र के गांवों में 18 लोगों की जान चली गई थी। जहरीली शराब से मौतों की पुष्टि के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। पुलिस का कहना है कि जहरीली शराब इरादतनगर स्थित एचएस मैरिज होम में बनी थी। सोमवार रात को पुलिस ने मैरिज होम पर छापा मारकर शराब बनाने का सामान बरामद कर लिया। संचालक दो भाई सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया। जेल भेजे गए ठेका संचालक हेमंत और सप्लायर मनोज को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली थी।
थाना डौकी, ताजगंज, शमसाबाद और इरादत नगर क्षेत्र में रक्षाबंधन पर शराब पीने के बाद 18 लोगों की जान चली गई थी। दस की मौत जहरीली शराब से होने की पुष्टि हुई थी। बाकी के पोस्टमार्टम नहीं कराए गए थे। पुलिस ने नौ मुकदमे दर्ज किए थे। शराब ठेका संचालक हेमंत समेत अन्य को जेल भेजा था। पुलिस ने हेमंत और सप्लायर मनोज को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इसमें शराब बनाने, केमिकल लाने और बेचने वालों की जानकारी मिली।
एसएसपी मुनिराज जी. ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि नकली शराब इरादत नगर स्थित एचएस मैरिज होम में बनाई गई थी। डौकी पुलिस ने सोमवार रात को मैरिज होम में छापा मारा। मैरिज होम की रसोई से नकली देशी शराब, ड्रम, पैकिंग की मशीन, टंकी सहित अन्य सामान बरामद किया गया। इस पर मैरिज होम संचालक इरादत नगर निवासी हरिओम, उसके भाई बंटू और करौंधना निवासी दारा सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दारा सिंह पूर्व में सैंया थाने में दर्ज दस वर्ष पुराने मुकदमे में समर्पण कर जेल चला गया था। अब जमानत पर छूटकर आ गया था।
19 अगस्त को सप्लाई हुई थी जहरीली शराब की खेप
एसपी आरए पूर्वी के. वेंकट अशोक ने बताया कि हरिओम और बंटू के मैरिज होम में कभीकभार ही कार्यक्रम होते हैं। इस पर वो मैरिज होम में मिलावटी शराब तैयार करने लगे। मनोज और हेमंत गोवर्धन निवासी रामू के साथ मिलकर मैरिज होम की रसोई में मिलावटी और नकली शराब तैयार कराते हैं। इसमें दारा, संचालक हरिओम, बंटू साथ देते थे। गाड़ियों से केमिकल लाने और शराब बेचने ले जाने का काम करते हैं। आठ अगस्त को धौलपुर से एक कट्टी एक्स्ट्रा नेचुरल अल्कोहल (ईएनए) लेकर आए थे।
पानी और रंग मिलाकर देसी शराब बना ली थी। इसमें से पहला लॉट 14 अगस्त को सप्लाई किया था। दूसरा लॉट 19 अगस्त को किया। 22 पेटी शराब हेमंत ने अपने ठेकों पर रखवा दी थी। इसके अलावा देवरी रोड और इरादत नगर में घरों से शराब बेचने वाले ले गए थे। इसमें से ही शराब जहरीली हुई थी। आरोपी धौलपुर से केमिकल और भरतपुर की एक फैक्टरी से बोतल, ढक्कन और रेपर लेकर आते हैं। अब पुलिस केमिकल बेचने वालों की तलाश कर रही है।
एक साल से बना रहे थे शराब
पुलिस ने बताया कि दारा सिंह के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज हैं। वह मार्च 2020 में अवैध शराब के मामले में मलपुरा थाने से जेल गया था। अगस्त 2020 में जमानत पर छूटा। नवंबर में उसने मनोज, हेमंत, हरिओम और उसके भाई के साथ मिलकर मैरिज होम में शराब बनाना शुरू कर दिया। शुरुआत में छह ड्रम एक्स्ट्रा नेचुरल अल्कोहल के मंगवाए थे। आरोपी मांग के हिसाब से शराब तैयार करते थे।
पंचायत चुनाव में देसी शराब की सप्लाई बंद हो गई। अलीगढ़ कांड के बाद केमिकल मिलने में परेशानी आ रही थी। अब धौलपुर से केमिकल लेकर आ रहे थे। एक साल से मैरिज होम में अवैध शराब बना रहे थे। बंटू के खिलाफ छह और हरिओम के खिलाफ सात मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब फरार आरोपी गोवर्धन के रामू, टिकैतपुरा के गौतम और सैंया के विकास की तलाश कर रही है।
गैंगस्टर लगेगा, संपत्ति होगी जब्त
एसएसपी मुनिराज जी. ने बताया कि अवैध शराब बनाकर बेचने के मामले में 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें ठेका संचालक, सप्लायर, सेल्समैन और घरों से बिक्री करने वाले भी शामिल हैं। आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत संपत्ति चिह्नित कर जब्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।