Rapper badshah in Lucknow.

डीजे वाले बाबू फेम रैपर बादशाह ने झूलेलाल पार्क में चल रहे विकास दीपोत्सव की चौथी शाम को दिलकश अंदाज से सराबोर कर दिया। बादशाह को सुनने के लिए हजारों की तादात में लोग पहुंचे थे। श्रोता देर रात तक बादशाह के साथ नाचते, गाते, झूमते रहे।

बादशाह अपनी टीम के साथ रात साढ़े आठ बजे मंच पर पहुंचे, जबकि उन्हें सुनने वालों का कारवां शाम चार बजे से ही आना शुरू हो गया था और पंडाल सात बजे तक खचाखच भर गया था। भीड़ का आलम यह था कि जहां तक नजर जा रही थी, दर्शक ही दर्शक नजर आ रहे थे। बादशाह गायिका आस्था गिल के साथ मंच पर पहुंचे और ‘अभी तो पार्टी शुरू हुई है…’ गाने से शुरुआत की तो लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।

बादशाह ने कहा कि मैं आपके सामने परफॉर्म करने नहीं आया हूं, बल्कि पार्टी करने आया हूं तो युवाओं ने बादशाह-बादशाह… कहते हुए उनका स्वागत किया।

अपनी प्रस्तुति देते रैपर बादशाह।

देरी से आने के लिए बादशाह ने लोगों से माफी भी मांगी। इसके बाद बादशाह ने ‘सूट पटियाला…’, ‘सैटेरडे-सैटरडे…’, ‘गुच्ची अरमानी…’, ‘लड़की ब्यूटीफुल कर गई चुल्ल…’ जैसे कई गाने गाकर युवाओं का जोश कई गुना बढ़ा दिया। भीड़ अनियंत्रित तक हो गई। लोगों ने कुर्सियों के लिहाफ से गोले बनाकर मंच की ओर भी फेंके।

Rapper badshah in Lucknow.

बादशाह के साथ युवा हर गाने को गुनगुना रहे थे और जमकर झूम रहे थे। ‘अंख लड़ जावे…’, ‘गेंदा फूल…’, ‘तेरा बज मुझे जीने न दे…’, ‘कमरिया…’, ‘हाय गर्मी…’ सुनाकर दीपोत्सव की शाम की रंगत ही बदल दी। लोगों के उत्साह का आलम यह था कि वे सीटों पर बैठे ही नहीं, खड़े होकर नाचते व गाते ही नजर आए।

Rapper badshah in Lucknow.

दर्शक बन गए जुगनू
श्रोता लगातार बादशाह से डीजे वाले बाबू… सुनाने की डिमांड कर रहे थे। बादशाह ने कहा कि उससे पहले आपको जुगनू बनना होगा। बादशाह ने युवाओं के मोबाइल की लाइटें ऑन करवाकर गाना सुनाया, जिस पर दर्शक झूमे और इसके बाद उनकी फरमाइश पूरी की। डीजे वाले बाबू… गाने पर युवाओं का जोश देखने लायक था।

Rapper badshah in Lucknow.

तोरा बलम कप्तान हो, सखी हमरो किसान बा
वहीं दीपोत्सव में स्थानीय कलाकारों ने शाम को गायकी के सुर बिखेरे। गायिका माधुरी वर्मा ने ‘तोरा बलम कप्तान हो, सखी हमरो किसान बा’, ‘हमरी गुलाबी चुनरियां, हमका लागी नजरिया’ सुनाया। संतोष महिवाल ने ‘हमरी नगरिया मईया…’ व ‘जागा भोर भइले माई…’ व गायक अवधेश ने ‘पूजारियन का डेरा, मां के दरबार में…’ व ‘माता पिता का करा सेवा, सभी जाना मिली मेवा…’ सुनाया।