रनियां। अकबरपुर कोतवाली के मंटोरा हाईवे ओवरब्रिज पर कानपुर की तरफ जा रही सवारियों से भरी बस सोमवार शाम तीन दिन से खराब खड़े गिट्टी लदे डंपर से टकरा गई।

हादसे में दो महिलाओं और एक बच्चे समेत 11 लोग घायल हो गए। नौ घायलों को गंभीर हालत में कानपुर रेफर कर दिया गया। करीब एक घंटे बाद हाईवे से बस हटाई गई, तब यातायात सामान्य हो सका।

माती से कलक्ट्रेट और कचहरी के स्टाफ को कानपुर ले जाने वाली निजी बस सोमवार शाम को करीब 40 लोगों को लेकर रवाना हुई थी। शाम करीब छह बजे रनियां के मंटोरा हाईवे ओवरब्रिज पर पहुंची तेज रफ्तार बस के ड्राइवर कानपुर के गुजैनी निवासी विजय कुमार त्रिपाठी (62) ने सामने डंपर देख ब्रेक लगाए पर नियंत्रित नहीं कर पाया। इससे बस डंपर से टकरा गई।
बस में सवार एक बच्चे समेत नौ लोग और डंपर की मरम्मत करा रहा चालक व बारा निवासी मिस्त्री मोहम्मद शकील (30) गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल भेजा।
हादसे में घायल मिस्त्री मोहम्मद शकील, डंपर के चालक (पहचान नहीं हो सकी), कानपुर के बर्रा चार निवासी केडीए कर्मी शिवगोपाल द्विवेदी (45), किदवईनगर निवासी बाल कल्याण समिति की सदस्य अनामिका मिश्रा (45), हरदेवनगर, बर्रा निवासी अधिवक्ता रामदुलारे शुक्ला (63), गुजैनी निवासी बस चालक विजय कुमार त्रिपाठी, सरगांव बुजुर्ग, रूरा निवासी मनोरमा दीक्षित (35) और उनके पुत्र तनय दीक्षित (6) को हैलट रेफर कर दिया गया।
वहीं लखीमपुर के मयंक गौड़ (42), राजपुर के रमई गांव निवासी अधिवक्ता वीरेंद्र कटियार (45), कानपुर के जाजमऊ निवासी कोर्ट कर्मचारी विनीत यादव (25) का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
घायल मां-बेटे को निजी अस्पताल ले गए दलाल
जिला अस्पताल में दलालों का चक्रव्यूह टूट नहीं रहा है। हाईवे पर रनियां में बस दुर्घटना के बाद निजी अस्पतालों के दलाल जिला अस्पताल पहुंच गए। घायल मनोरमा और उनके बेटे तनय को निजी अस्पताल के दलाल प्राइवेट एंबुलेंस से ले गए। इस दौरान अफसर अन्य घायलों को हाल जानते रहे।

जिला अस्पताल में घायल को लोडर से उतारते लोग। संवाद