kajal nishad samajwadi party


काजल निषाद (Kajal Nishad) का जादू निषाद समाज पर चल पड़ा… काजल ने तो अपने ‘ससुर’ की पोल जनता के बीच खोलकर रख दी… संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद ने अपनी आंखों के सामने इसे देख लिया. प्रवीण निषाद को ये एहसास हो गया… काजल की कही बात जनता के दिलों दिमाग में बैठ गई… अब तो निषाद समाज ने सवालों की कर ली लिस्ट तैयार. एक बेसिक सवाल निषाद समाज से ताल्लुक रखने वाले शख्स ने प्रवीण निषाद से पूछा… जिसे सुनकर पहले तो हैरान हुए प्रवीण निषाद

निषाद समाज के बीच निषाद पार्टी के लिए क्या मूड है… उसका खुलासा हो गया… जो बात सपा नेता काजल निषाद (Kajal Nishad) जनता के बीच कहती आयी… अब वही बात धीरे धीरे जनता भी कहने लगी… काजल की मेहनत अब रंग लाने लगी है… जो जमीन पर लोगों के बीच जाकर उन्होंने संजय निषाद और प्रवीण निषाद समेत निषाद पार्टी पर आरोप लगाया था… जनता अब उसी आरोप के साथ चलने लगी… उसी आरोप के आधार पर अब निषाद पार्टी से सवाल करने लगी है… इस पुख्ता सबूत मिल गया है… आने वाले लोकसभा चुनाव में संजय निषाद की पार्टी निषाद पार्टी के उम्मीदवार से क्या सवाल निषाद समाज करने वाला है… इसका एक प्रयोग संजय निषाद के बेटे की सियासत पर निषाद समाज से ही वास्ता रखने वाले एक शख्स ने किया… तो प्रवीण निषाद खुद हैरान होने से रोक नही पाए… बस एक सवाल के जरिए प्रवीण निषाद की राजनीति को ऐसा झटका दिया… कि वो आगबबूला हो गए… कहने लगे ज्यादा नेतागिरी मत करो… अब कहने वाले तो कह रहे हैं… अबकी बार 2024 में निषाद समाज का आशीर्वाद निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद और उसके परिवार पर क्या रहने वाला है… उसका प्रमाण मिल गया…

निषाद समाज से ताल्लुक रखने वाला ये शख्स अपने अंदाज में कह रहा है… अपना तर्क पेश कर रहा है… कह रहा… मोदी-योगी राज में 80 फीसदी मुस्लमान जिसने बीजेपी को वोट नहीं भी दिया… उसको भी राशन मिल रहा है… 60 फीसदी यादवों ने वोट बीजेपी को नहीं दिया… फिर भी उन्हें राशन मिल रहा है… इसी तरह से पेंशन सभी को मिल रहा है… सवाल ये है कि आपने अपने समाज के लोग, जिसका अपनी राजनीति में साथ लिया… जिसका वोट लिया… उसके लिए अपनी तरफ से क्या किया… अब ये बात संतकबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद ने जैसी ही सुनी… वो हैरान रह गए… सोच में पड़ गए… ऐसा लगा सांप सूंघ गया हो… कुछ पल खामोश रहने के बाद उन्होंने ज्यादा नेतागिरी मत कीजिए… तभी उस शख्स ने कहा हा करेंगे नेतागिरी… आप से सवाल तो करेंगे अपने निषाद समाज के लिए आपने क्या किया…इसके बाद निषाद समाज के लोगों ने प्रवीण निषाद को खूब फटकारा… जिसके बाद वो बेमन से अपनी गाड़ी पर बैठकर वापस अपने घर की ओर लौट पड़े…