श्रीनगर, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। कश्मीर के पत्रकारों ने बुधवार को कथित तौर पर पुलिस के अत्याचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को इस्लामिया कॉलेज में छात्र प्रदर्शन के दौरान जब वह उसकी रिपोर्टिग कर रहे थे, तब पुलिस ने उन पर अत्याचार किया।
राज्य सूचना विभाग परिसर में स्थित मीडिया सेंटर के बाहर कश्मीरी पत्रकारों का एक समूह इकट्ठा हुआ और अनीस जरगर व असन जावेद पर कथित तौर पर हमला करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों ने कहा कि जरगर और जावेद पर जिस वक्त हमला किया गया उस वक्त वह अपना काम कर रहे थे। पत्रकारों के हाथों में तख्तियां थीं, जिसमें लिखा था, पत्रकारिता अपराध नहीं है।
द लीडर पत्रिका के संपादक जहूर रिजवी ने कहा, कश्मीर में पत्रकारों को कठिन समय से गुजरना पड़ रहा है। एक ओर इंटरनेट बंद है और दूसरी ओर पुलिस हमें प्रदर्शनों को कवर करने से रोक रही है।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे इस्लामिया कॉलेज के छात्रों का प्रदर्शन कवर करने के लिए गए पत्रकारों पर पुलिस ने कथित तौर पर हमला किया। पुलिस ने घटना को रिकॉर्ड कर रहे पत्रकारों के फोन जब्त कर लिए।
कश्मीर प्रेस क्लब ने भी हमले की निंदा की और क्लब का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को शीर्ष पुलिस अधिकारियों से मिला, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें विश्वास दिलाया कि पूरे मामले की समय बध जांच की जाएगी और जिम्मेदारी तय की जाएगी।
–आईएएनएस