- बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया
- जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की ली सदस्यता
- राहुल के करीबी रहे सिंधिया ने की पीएम मोदी की तारीफ
कांग्रेस छोड़ आखिरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो ही गए। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी की सदस्यता ली। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बदल चुकी है और अब उसके जरिए जनसेवा संभव नहीं थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की । उन्होंने कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में देश का भविष्य पूरी तरह सुरक्षित है।

बीजेपी में शामिल होने के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पिता माधवराव सिंधिया को याद किया । उन्होंने कहा कि
मेरे जीवन में दो तारीखें बहुत महत्वपूर्ण रहीं। पहला दिवस है 30 सितंबर 2001, जिस दिन मैंने अपने पूज्य पिताजी को खोया। वह मेरे लिए जीवन बदलने का दिवस था। दूसरी तारीख 10 मार्च 2020, जो उनकी 75वीं वर्षगांठ थी, जहां जीवन में एक नई परिकल्पना, नया मोड़ का समाना करके मैंने एक निर्णय लिया है। मैंने सदैव माना है कि राजनीति का लक्ष्य जनसेवा होना चाहिए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी नेता
सिंधिया बोले कि आज मन व्यथित है और दुखी भी है । जो कांग्रेस पार्टी पहले थी वो आज नहीं रही, उसके तीन मुख्य बिंदु हैं. पहला कि वास्तविकता से इनकार करना, नई विचारधारा और नेतृत्व को मान्यता नहीं मिलना । 2018 में जब MP में सरकार बनी तो एक सपना था, लेकिन वो बिखर चुका है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने वादे पूरे नहीं किए हैं । कांग्रेस में रहकर जनसेवा नहीं की जा सकती।

बहरहाल मध्य प्रदेश की राजनीति के ‘महाराज’ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी दादी की पार्टी भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। कांग्रेस में कभी राहुल गांधी के करीबी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने होली के दिन कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, उनके बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के 22 विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी थी । भारतीय जनता पार्टी ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेज सकती है.