नोएडा / बरेली : लॉकडाउन के बीच सड़कों पर बेवजह घूम रहे लोगों पर पुलिस के डंडे बरसाने की खबरों के बीच ख़ाकी को गौरवान्वित करने वाली एक खबर उत्तर प्रदेश के बरेली ज़िले से आई है। यहां एक मुस्लिम महिला ने अपने बेटे का नाम एक पुलिस अधिकारी के नाम पर रणविजय रखने का ऐलान किया है। और ये पुलिस अधिकारी कोई और नही नोएडा में बतौर एडिशनल डीसीपी तैनात चर्चित कॉप रणविजय सिंह है। ये वही रणविजय सिंह है जिन्होंने आपरेशन स्माइल के ज़रिए हज़ारों बच्चों को उनके माँ-बाप से मिलवाकर पूरी दुनिया मे शोहरत कमाई थी। बहरहाल जिस माँ ने अपने नवजात का नाम रणविजय रखने की ख्वाहिश ज़ाहिर की है उसने गुरुवार को ही बेटे को जन्म दिया है। दरअसल महिला तमन्ना अली खान को लेबर पेन शुरू हो गया था और उनके पति भी घर पर नहीं थे। वह लॉकडाउन के चलते नोएडा में फंस गए थे। दर्द ज्यादा होने पर महिला ने बरेली पुलिस से मदद मांगी। जिसके बाद एसएसपी ने तमन्ना अली खान से बात की और अस्पताल भिजवाने में मदद की।

बरेली के इज्जतनगर में बिहार कला की रहने वाली तमन्ना अली खान कहती हैं कि मैं अपने जीवन में  पुलिस प्रशासन का एहसान कभी भूल नहीं पाऊंगी। एक दिन पहले मैं जितना दुखी और परेशान थी। आज मैं उतनी ही खुश हूं। मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है। मैं जीवन में कभी इतना खुश नहीं हुई। बरेली और नोएडा पुलिस की मदद से मेरे शौहर पास में है और मेरी गोद में एक दिन का बेटा है। परतापुर चौधरी की रहने वाली तमन्ना अली खान का निकाह बिहार कला के रहने वाले अनीस खान के साथ हुआ था। तमन्ना गर्भवती थी। उनके शौहर अनीश खान काम के सिलसिले में नोएडा गए थे। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉक डाउन हो गया। इसकी वजह से अनीस खान नोएडा में फंस गए। उनकी पत्नी तमन्ना अली खान घर में परेशान हो रहीं थीं। बुधवार को उनकी डिलीवरी की डेट थी उनको डिलीवरी पेन हो रहा था परेशान और घबराई हुई तमन्ना ने बरेली पुलिस से वीडियो जारी कर मदद मांगी। जिसके बाद एसएसपी शैलेश पांडेय ने महिला की मदद की और उसे अस्पताल में भर्ती कराया और नोएडा के एसीपी रणविजय सिंह से संपर्क कर उसके पति को बरेली बुलवाया गया। 

एसएसपी ने तमन्ना अली खान से उनके मोबाइल फोन पर बात की। उनके शौहर अनीस का मोबाइल नंबर लिया। इसके बाद उन्हें आश्वासन दिया कि उनके पति जल्दी नोएडा से बरेली पहुंचेंगे। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने दुखी और परेशान गर्भवती महिला का दर्द समझा। उन्होंने हालात को जानने और समझने के बाद महिला के पति से मोबाइल पर बात की। महिला के पति ने बताया कि वह नोएडा सेक्टर 5 में है। इसके बाद एसएसपी ने नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह से बात की। नोएडा पुलिस ने मित्र और कम्युनिटी पुलिसिंग का नायाब उदाहरण पेश किया। खाकी का फर्ज निभाते हुए एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने अनीस खान को फोन किया। अनीस ने बताया कि वह नोएडा सेक्टर 5 में है। इसके बाद पुलिस की टीमें वहां पहुंच गई। एडिशनल डीसीपी खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां से एक इनोवा कार हायर कराई। उसके लिए कर्फ्यू पास जारी कराया। इसके बाद अनीस समेत वहां फंसे सात लोगों को पुलिस ने बरेली भिजवाया। बुधवार रात 2:30 बजे अनीस बरेली पहुंचे। पास होने की वजह से रास्ते में किसी ने उन्हें नहीं रोका। अस्पताल पहुंचने के कुछ ही देर बाद 3:15 बजे तमन्ना अली खान ने बेटे को जन्म दिया। बेटे और शौहर दोनों का चेहरा देखने के बाद उनके चेहरे की खुशी बढ़ गई।

तमन्ना बोली सच में आप लोग खाकी में भगवान हो तमन्ना अली खान ने एसएसपी बरेली शैलेश कुमार पांडेय, नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह समेत पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को शुक्रिया कहा। उन्होंने कहा कि आज उन्हें दूसरी जिंदगी इन्हीं लोगों की वजह से मिली है। आप खाकी में भगवान हो। 

असल मे तमन्ना अली खान के इस पूरे मामले नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने न सिर्फ ख़ुद व्यक्तिगत तौर पर लीड किया और तमन्ना के पति के लिए कार मुहैया कराकर उन्हें समय से बरेली भेजा बल्कि तमन्ना का एक अभिभावक की तरह हौसला भी बढ़ाया। तमन्ना ने रणविजय सिंह को मैसेज करके ख्वाहिश ज़ाहिर की, कि यदि वो बेटे को जन्म देती है तो उसका नाम रणविजय रखेगी। एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने भी अपने भावुक जवाब में कहा कि जन्म लेने वाला बेटा हो या बेटी मैं आजीवन उसका अपनी क्षमतानुसार उसका खयाल रखूंगा।

तमन्ना अली खान