भारत ने मुश्किल वक्त में अमेरिका की मदद की । लेकिन मदद के दो दिन बाद अमिरेकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर बदल गए । जेनरिक दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन मिलने के बाद बड़बोलेपन में आकर कहा कि अगर भारत ये मदद नहीं करता तो फिर उसका करारा जवाब दिया जाता ।
We will beat this virus together. pic.twitter.com/guj8C1FCwf
— The White House (@WhiteHouse) April 6, 2020
व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, रविवार की सुबह मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी, मैंने उनसे कहा था कि अगर आप हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई को शुरू करते हैं, तो काफी अच्छा होगा. लेकिन अगर वो ऐसा नहीं करते तो कुछ नहीं होता, तो उसका करारा जवाब दिया जाता. आखिर कड़ा जवाब क्यों नहीं दिया जाएगा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी डोनाल्ड ट्रंप को इस दवा के लिए आश्वासन दिया गया था । इस बातचीत के बाद भारत सरकार ने 12 एक्टिव फार्माटिकल इनग्रीडियंट्स के निर्यात पर लगी रोक को हटा दिया है, जिसके बारे में जानकारी साझा की गई ।
गौरतलब है कि रविवार को जब डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी की बातचीत हुई थी, तब ट्रंप ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ मिलने पर आभार जताया था. व्हाइट हाउस में उन्होंने बयान दिया था कि अगर भारत दवाई की सप्लाई करता है, तो वह काफी अच्छा होगा, हम उनका धन्यवाद करते हैं । लेकिन अब दो दिन के अंदर ही ट्रंप पूरी तरह से बदल गए और धमकी देने के अंदाज में आ गए ।