कोरोना वायरस महामारी से निपटने की जंग में जो लोग फ्रंट पर आकर उससे मुकाबला कर रहे हैं उनमे डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी और पुलिसकर्मी है । इनके बिना कोरोना से जंग जीतने की बात सोचना बस सपने की तरह होगा । तमाम दुश्वरियों के बाद भी ये मुकाबला कर रहे हैं । दुनिया भर में योगदान है और भारत में भी कोरोना से जंग में इनकी महत्ता को नकारा नहीं जा सकता है । तभी तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना की लड़ाई में काम करते हुए अगर इन योद्धाओं की जान चली जाए तो उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग की ।अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा ।
सरकार से हमारी मांग है कि कोरोना के मरीजों का इलाज करते-करते, ख़ुद कोरोना से पीड़ित होकर मानवता की सेवा में अपने कर्तव्य को निभाते-निभाते जान न्योछावर करने वाले प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस व अन्य सभी कर्मियों को कोरोना-शहीद का दर्जा दें।
सरकार से हमारी माँग है कि कोरोना के मरीज़ों का इलाज करते-करते, ख़ुद कोरोना से पीड़ित होकर मानवता की सेवा में अपने कर्तव्य को निभाते-निभाते जान न्योछावर करनेवाले प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस व अन्य सभी कर्मियों को ‘कोरोना-शहीद’ का दर्जा दे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 21, 2020
सबको भावपूर्ण नमन!#CoronaShaheed
आपको बता दें कि ओडिशा सरकार कोरोना की लड़ाई में शामिल योद्धाओं को शहीद का दर्जा देगी। मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसकी घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे जान गवांने वाले योद्धाओं के परिवार को पचास लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी मिलेगी। योजना के तहत इन लोगों को अवॉर्ड दिए जाएंगे। ये अवॉर्ड राष्ट्रीय दिवसों पर दिए जाने का फैसला लिया गया है।