रायबरेली से सोनिया नहीं लड़ेंगी चुनाव… क्या खत्म हो जाएगा यूपी से गांधी परिवार का रिश्ता ?
राहुल का मन बदल रहा, प्रियंका का दिल भाई के साथ चल रहा… यूपी में क्या भाई-बहन की जोड़ी के फैसले पर समर्थकों से लेकर विरोधी सबकी नजर !
अखिलेश ने राहुल-प्रियंका को भेजा अपना संदेश… जब हम हैं आपके साथ तो डरने की क्या है बात !
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए पर्चा भर दिया है… जिसके बाद ये साफ हो गया है कि वो लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी… ऐसे में उनकी रायबरेली सीट को लेकर सवाल उठ रहे हैं… अब इस सीट से कौन चुनाव लड़ेंगे… सबके जेहन में जवाब के तौर पर जो पहला नाम आया… उसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का नाम था… लेकिन क्या वाकई में प्रियंका गांधी रायबरेली से लड़ेंगी चुनाव…. इसे लेकर सियासी गलियारे में दो तरह की बाते हो रही है… क्योंकि लोकसभा चुनाव की घोषणा होने में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है… तो कहा जा रहा है कि गांधी परिवार का गढ़ मानी जाने वाली रायबरेली सीट से अब सोनिया की बेटी प्रियंका गांधी अपनी चुनावी राजनीति की शुरुआत कर सकती हैं… वही राहुल अमेठी से चुनाव लड़े सकते हैं… इसके पीछे कांग्रेस की ओर से किया गया एक आंतरिक सर्वे है… राहुल-प्रियंका की मां सोनिया गांधी की ओर से लिया गया वो फैसला भी है… जिसके तहत कांग्रेस समझ गई है… दिल्ली की सत्ता पर फिर से काबिज होना है… तो किसी भी कीमत पर यूपी से नाता उन्हें नहीं तोड़ना होगा… दरअसल पहले सोनिया को कर्नाटक और तेलंगाना से राज्यसभा भेजने की मांग हो रही थी लेकिन राजस्थान से नामांकन इस बात को दिखाता है कि गांधी परिवार ने हिंदी हार्टलैंड को नहीं छोड़ा है… दरअसल, राहुल के वायनाड जाने से पार्टी पूरी तरह साउथ शिफ्ट लग रही थी… अब 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने ‘गांधी प्लान’ बनाया है|
सोनिया के रायबरेली सीट खाली करने के बाद अब प्रियंका गांधी को यहां से उतारने की चर्चा शुरू हो गई है… सूत्र ये भी कह रहे हैं कि INDIA गठबंधन के सहयोगी दल के वायनाड सीट मांगने के कारण राहुल गांधी वापस अमेठी में हिसाब बराबर करने आ सकते हैं… राहुल की ‘न्याय यात्रा’ के दौरान अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ने का पूरा प्लान तैयार किया जाएगा. खबर है कि इस फैसले पर पहुंचने से पहले कांग्रेस की टीम ने एक आंतरिक सर्वे किया है… खास बात यह है कि उत्तर भारत के राज्यों में सीटें ज्यादा हैं और भाजपा यहीं से बहुमत का आंकड़ा चूमती है…. अब कांग्रेस ने भाजपा को सीधे चुनौती देने की तैयारी की है|
लेकिन कांग्रेस के अंदर से ही एक गांधी परिवार की राजनीति को लेकर और तरह की अटकले लगाई जा रही है…. दावा किया जा रहा है… कि प्रियंका गांधी ने चुनाव लड़ने से इनकार दिया है…. वहीं अमेठी को लेकर भी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है…. इन दोनों सीटों से गांधी परिवार चुनाव लड़ता रहा है… ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या गांधी परिवार ने यूपी से चुनावी रिश्ता खत्म कर लिया है?…उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट पर गांधी परिवार का दबदबा रहा है…. यहां से हमेशा इसी परिवार के सदस्य चुनाव लड़ते रहे हैं… अब ऐसे अगर अमेठी से राहुल और रायबरेली से प्रियंका चुनाव नहीं लड़ेंगे… तो गांधी परिवार की गढ़ रही अमेठी और रायबरेली सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा… खासकर रायबरेली में, क्योंकि 2019 में यही इकलौती सीट थी जिस पर कांग्रेस को जीत मिली थी… क़यास लग रहे हैं कि प्रियंका गांधी यहां से चुनाव लड़ सकती है… वो यूपी कांग्रेस की प्रभारी रही है और अमेठी और रायबरेली में काफ़ी एक्टिव भी रही है… लेकिन प्रियंका फ़िलहाल चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है…. दावा तो ये भी किया जा रहा है… कि सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के फैसले के बाद प्रियंका को रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश शुरू हो गई लेकिन, प्रियंका इसके लिए तैयार नहीं हैं… इसकी एक वजह ये मानी जा रही है कि यूपी में कांग्रेस का सगंठन बेहद कमजोर है…. 2019 में राहुल गांधी अमेठी से हार गए थे… ऐसे में प्रियंका को जीत का भरोसा नहीं है|
जानकारों का मानना है कि अगर गांधी परिवार से यहां कोई चुनाव नहीं लड़ता है तो यूपी में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाएगा… अगर रायबरेली और अमेठी से गांधी परिवार से कोई नहीं आता है तो उत्तर भारत में कांग्रेस राम भरोसे रहेगी क्योंकि वैसे भी यूपी में रायबरेली पर ही कांग्रेस का कब्जा था… रायबरेली सीट 66 साल कांग्रेस के पास रही है… 56 साल यहां से गांधी-नेहरू परिवार का सदस्य ही सांसद चुना गया है…. आजादी के बाद अब तक कांग्रेस सिर्फ तीन बार रायबरेली में हारी है… सोनिया के राज्यसभा जाने के फैसले से भी ये सवाल उठ रहा है कि क्या कांग्रेस को 2024 में रायबरेली भी हारने का खतरा दिख रहा है… हालांकि कांग्रेस नेता यही कह रहे हैं कि सोनिया भले ही राज्यसभा गई हैं कांग्रेस यूपी में मजबूती से चुनाव लड़ेगी….बहरहाल राजनीति में दिलचस्पी लेने वालों के दिलों दिमाग में यही बात है कि रायबरेली और अमेठी से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा? वैसे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी चाहते हैं कि इन दोनों सीटों पर गांधी परिवार के सदस्य ही लड़ें क्योंकि यह उनकी पारंपरिक सीट रही है और आज भी कांग्रेस का एक मजबूत वोटबैंक वहां है… हां, मोदी लहर में जरूर पिछले चुनाव में राहुल को हार का सामना करना पड़ा था |